टेढ़ागाछ में शांतिपूर्ण मतदान — लोकतंत्र के महापर्व में उमड़ा जनसैलाब

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टेढ़ागाछ में 72.05% हुआ मतदान

विजय कुमार साह/टेढ़ागाछ

किशनगंज जिले के बहादुरगंज 52 विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत टेढ़ागाछ प्रखंड में मंगलवार को लोकतंत्र के महापर्व का अद्भुत नज़ारा देखने को मिला। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें और मतदाताओं में गजब का उत्साह दिखाई दिया। पूरे प्रखंड में मतदान शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र में कुल 112 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें 5 आदर्श मतदान केंद्र, 2 पिंक बूथ, 1 ग्रीन बूथ और 1 यूथ बूथ शामिल थे।

इन सभी बूथों पर मतदाताओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया था। प्रशासन की ओर से पूरी व्यवस्था चाक-चौबंद थी। प्रखंड विकास पदाधिकारी सह सहायक निर्वाचन पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि मतदान प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी बनाने के लिए 13 सेक्टर अधिकारियों और 1 जोनल अधिकारी की तैनाती की गई थी।


प्रखंड क्षेत्र में कुल 92,852 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें 49,065 पुरुष, 43,785 महिलाएं और 2 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदान के दौरान महिलाओं की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। कई बूथों पर महिलाओं की लंबी कतारें लोकतंत्र में उनकी बढ़ती जागरूकता और सहभागिता का प्रतीक बनीं। सहायक निर्वाचन पदाधिकारी अजय कुमार एवं सीओ शशि कुमार लगातार क्षेत्र के विभिन्न बूथों का निरीक्षण करते नजर आए। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था, मतदाताओं की सुविधा और मतदान कर्मियों के कार्य निष्पादन की बारीकी से समीक्षा की। प्रशासनिक सख्ती और सहयोगात्मक रवैये के कारण पूरे दिन मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।

विशेष रूप से चिल्हनियां पंचायत के वार्ड संख्या 9 (मुस्लिम टोला) एवं 10 के मतदाताओं ने लोकतंत्र के प्रति अपनी अटूट निष्ठा का परिचय दिया। कठिन परिस्थितियों के बावजूद मतदाता सुहिया रेतुआ नदी पर बनी चचरी पुल पार कर, और करीब तीन किलोमीटर पगडंडी रास्ते से चलकर मतदान केंद्र तक पहुंचे। यह दृश्य लोकतंत्र के प्रति ग्रामीणों की दृढ़ इच्छाशक्ति और जिम्मेदारी की मिसाल बन गया। वहीं, विभिन्न राज्यों से घर लौटे प्रवासी मतदाताओं ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूत बनाने में योगदान दिया। उनके मतदान में शामिल होने से गांवों में उत्साह का माहौल और बढ़ गया।


स्थानीय प्रशासन, पुलिस बल और अर्धसैनिक जवानों की सतर्क उपस्थिति से मतदाता निश्चिंत होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करते रहे। हर बूथ पर सीआरपीएफ और पुलिस बल की तैनाती ने मतदाताओं में सुरक्षा का विश्वास कायम किया।


दिनभर चली इस प्रक्रिया के दौरान टेढ़ागाछ का माहौल लोकतंत्र के उत्सव में बदल गया। हर वर्ग, हर आयु वर्ग के लोग – युवा, महिलाएं और बुजुर्ग – सभी अपने मत के माध्यम से बिहार के भविष्य की दिशा तय करने निकले। टेढ़ागाछ प्रखंड ने आज यह साबित कर दिया कि चाहे बाधाएं हों या दूरी, जब बात लोकतंत्र की आती है, तो जनता हर परिस्थिति में अपनी भागीदारी निभाने के लिए तत्पर रहती है। मंगलवार का दिन टेढ़ागाछ के लिए न केवल मतदान का दिन था, बल्कि यह जनसहभागिता, जिम्मेदारी और लोकतांत्रिक चेतना का सशक्त उदाहरण बन गया।

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