फारबिसगंज सिविल कोर्ट पहुंचे पटना हाई कोर्ट के जस्टिस सह न्यायमण्डल अररिया के इंस्पेक्टिंग जज अशोक पांडेय का सिविल कोर्ट फारबिसगंज के अधिवक्ताओ ने समोवार को समारोह आयोजित कर भव्य स्वागत किया।
अररिया /बिपुल विश्वास
बार एसोसिएशन एवं एडवोकेट एसोसिएशन फारबिसगंज के संयुक्त तत्वावधान में सिविल कोर्ट परिसर में आयोजित सम्मान समारोह उन्हें सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्य्क्ष राजेशचंद्र वर्मा ने की। मुख्य अतिथि के रूप में इंस्पेक्टिंग जज अशोक कुमार पांडेय, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रिंसिपल जिला एवं सत्र न्यायाधीश गूंजन पांडेय व सम्मानित अतिथि के रूप में अवर न्यायधीश सह डीएलएसए सेक्रेटरी रोहित श्रीवास्तव उपस्थित, सब जज प्रथम दीपक कुमार, मुंसिफ शिव कुमार सिंटू थे।
इस अवसर पर इंस्पेक्टिंग जज अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि बार एवं बेंच एक सिक्के के दो पहलू होते हैं। केवल वादों से बातें नहीं बनती, हमें सिस्टम को एडॉप्ट कर काम को अंजाम देना होता है। वहीं बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेशचंद्र वर्मा ने
की संक्षिप्त जानकारी देते हुए कहा कि फारबिसगंज अनुमंडल में (1990-1991) सरकार और माननीय उच्च न्यायालय प्रशासन के द्वारा दिनांक 04.11.2023 को दिवानी न्यायालय का उदघाटन करने के उपरान्त न्यायालय का कार्य आरंभ करा दिया गया है।

फारबिसगंज अनुमंडल व्यवहार न्यायालय के लिए राज्य सरकार एवं विधि विभाग के द्वारा हस्तगत 11 एकड भूमि में कोर्ट रूम, भवन, न्यायिक पदाधिकारी, कर्मचारी का आवास, एमेनिटी भवन एवं हाजत भवन का निर्माण हो चुका है। शेष रकवा उपकारा के निर्माण के लिए चिन्हित है। वकालतखाना भवन के लिए भी 0.27 डी० भूमि चिन्हित किया गया है। माननीय उच्च न्यायालय प्रशासन पटना बिहार के द्वारा विगत वर्ष-2023 ई० में दिनांक 04.11.2023 को अररिया जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराए गए अस्थायी भवन में दिवानी न्यायालय कोर्ट भवन / कार्यालय का उदघाटन किया गया है 10 कोर्ट रूम भवन उपलब्ध जानकारी के अनुसार प्रक्रिया अन्तर्गत माननीय न्यायालय प्रशासन को संबंधित कार्य एजेन्सी के द्वारा विगत दो वर्ष पूर्व हस्तगत करा दिया गया है।
दिवानी न्यायालय का कार्यारंभ दिनांक 04.11.2023 से कर दिया गया है। फौजदारी न्यायालय का भवन का परिसर बनकर तैयार है। फौजदारी न्यायालय के कार्यारंभ नहीं होने के कारण अनुमंडल क्षेत्र के तीन अंचल फारबिसगंज, भरगामा, नरपतगंज, थाना क्षेत्र के लगभग 9 थाना/ओ० पी० के मुवक्किलों को अभी भी फौजदारी न्यायालय से जुडे कार्यों के लिए लगभग 70 से 80 किलों मीटर की दुरी तय करते, जिला मुख्यालय जाना पड रहा है। जिसके कारण मुवक्किलो को भारी आर्थिक क्षति भी हो रहा है। अप्रोच सड़क के लिए भी भूमि से संबंधित प्रक्रिया पूर्ण किए जाने की जानकारी मिल रही है।
अतः श्रीमान् से निवेदन है कि फारबिसगंज अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में निर्मित 10 कोर्ट, रूम भवन में यथाशीघ्र फौजदारी न्यायालय का शुभारंभ / उदघाटन करने की कृपा की जाय एवं अस्थायी भवन में चल रहे दीवानी न्यायालय को भी नये भवन में स्थानान्तरित किया जाना अपेक्षित है। वर्तमान दीवानी न्यायालय का न्यायालय कक्ष कोर्ट रूम, में समुचित स्थान उपलब्ध नही रहने के कारण विज्ञ अधिवक्ताओं को भी काफी कठिनाई हो रहा है। नव निर्मित 10 कोर्ट भवन में फौजदारी न्यायालय का कार्य आरंभ आज तक नहीं हो पाया है।
पूर्व में भी माननीय के नाम संघ के ओर से आवेदन भेजते फौजदारी न्यायालय का कार्य आरंभ कराने का गुहार लगाया गया है फिर भी फारबिसगंज में क्रिमिनल कोर्ट का आरंभ नहीं हो पाया है इसलिये माननीय इंस्पेक्टिंग जज साहब के निवेदन है कि वे अपने आगमन पर हम अधिवक्तों को अपना सौगात देते जाए फौजदारी न्यायालय का कार्य आरंभ कराये
गोपाल प्रसाद मंडल राजेश चंद्र
अधिवक्ताओं की समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया।
इससे इंस्पेक्टिंग जज के आगमन को सुखद बताया मौके पर इंस्पेक्टिंग टीम के सदस्य के अलावा राजेशचंद्र वर्मा, गोपाल प्रसाद मंडल, राहुल रंजन, विश्वजीत प्रसाद, शिवानंद मेहता, राकेश कुमार दास, सिराज मंसूरी, के अलावे सिविल कोर्ट फारबिसगंज से जुड़े कई अधिवक्ता मौजूद थे।