किशनगंज/संवादाता
जिले के अंतिम छोड़ पर सीमावर्ती क्षेत्र के बालुबाड़ी दिघलबैंक बाजार के समीप से होकर बहनेवाली दिघलबैंक नदी में नाव ओर पुलिया के अभाव में काकड़माड़ी नुहु टोला गांव के लोग 4 जी युग में खाली ड्राम के नाव के सहारे नदी पार हो रहें हैं।

करीब ढाई सौ के करीब की जनसंख्या वाले इस इस गांव में पक्की सड़क है और न ही कोई अन्य सुविधा। आलम यह है तीन दिनों के लगातार बारिश पानी से नदी नाले सब पानी से भर जाने से अब गांव के लोगों को बालुबारी दिघलबैंक मुख्यसडक तक निकलने के लिए जुगाड़ नाव के सहारे निकलने को मजबूर होना पर रहा है।
गांव के लोग नदी के दोनों किनारे खम्भे में मोटी रस्सी बांधकर फिर
खाली ड्राम ओर उसके ऊपर बांस की छपरी से बने देशी जुगाड़ के नाव से नदी पार कर रोजीरोटी के लिए गांव निकल रहें हैं।

गांव के मो.सब्बीर खां,हवा हांसदा, संझाला मुर्मू, इल्लु मुर्मू,मो. अब्दुल रहीम,मो. जमशेद आदि बतातें है कि प्रत्येक वर्ष बरसात के मौसम में नदी को हेल या इसी तहत केले या ड्राम का नाव बना कर रोज काम पर जाना पड़ता है। कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से नदी में नाव की चलाने की मांग की गयी पर अब तक कोई नहीं सुना। गांव तक पहुँचने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से गांव टापू बना हुआ है।