खोरीबाड़ी /चंदन मंडल
कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश समेत विभिन्न राज्यों को अपने चपेट में लेने लगा है। जिससे बंगाल भी अछूता नहीं है। बंगाल में भी कोरोना मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। इसी के मद्देनजर कोरोना वायरस पर रोकथाम के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में आंशिक लॉकडाउन लगा दिया है।इसी कड़ी में शनिवार को आंशिक लॉकडाउन के पहले दिन जरूरी सेवाओं को छोड़कर सबकुछ बंद रहा। सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ रहा। आंशिक लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं की दुकानें तो खुली रही। तो दूसरी ओर आमलोग भी सरकार के निर्देश के साथ कदम मिलाकर चलते हुए अपने घरों में ही दुबके हुए थे।

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर जहां सरकार ने कुछ छूट के साथ आंशिक लॉकडाउन की घोषणा की है। जिससे आमलोग अनावश्यक घरों से बाहर न निकले और कोरोना संक्रमण के बढ़ते चेन को तोडा जा सके।इसके मद्देनजर नक्सलबाड़ी व खोरीबाड़ी में राशन दुकान, दवाखाना, फल दुकान, सब्जी दुकान, होटल, शराब दुकान, बैंक, सरकारी ऑफिस छोडकर सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। यात्री वाहनों का संचालन पूर्व से काफी कम रहा।क्योंकि सफर करने वाले यात्री ही नहीं थे तो वाहन संचालन पूर्व की तरह कैसे होता। जिस वजह से बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं छोटे यात्री वाहन मैजिक आदि में कम लोग ही यात्रा करते नजर आये। इधर सरकार द्वारा लिये गये आंशिक लॉकडाउन के निर्णय का पानीटंकी के व्यापारी वर्ग ने स्वागत किया । व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए यह लॉकडाउन काफी आवश्यक था।
वही इस संबंध में पानीटंकी व्यवसायी समिति के सचिव दीपक चक्रवर्ती ने कहा कि सरकार ने आंशिक लॉकडाउन का जनहित में यह निर्णय लेकर काफी सराहनीय कार्य किया है। कोरोना वायरस के इस चेन को तोड़ने के लिए यह लॉकडाउन काफी आवश्यक था। हमलोग इस आंशिक लॉकडाउन को दिल से स्वागत करते हैं। इधर आंशिक लॉकडान को सफल बनाने के लिए पुलिस बल भी तैनात दिखे। हर आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखे हुए थे। साथ ही पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग के माध्यम से आमलोग से घरों में रहने की अपील करते हुए सख्त चेतावनी भी दी गयी।





























