किशनगंज /विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत मटियारी पंचायत स्थित कनकई नदी के कटाव से विस्थापित सैकड़ों परिवार और कटाव के जद में आए गर्राटोली,डुमरिया, डेंगा बस्ती, कुर्राटोली,सिरनियाँ, हरहरिया,निरनियाँ,भटियार बस्ती, पैकटोला,बालूबाड़ी,राज बाड़ी,डाकपोखर मालीटोला,परतीटोला,महतोटोला, बाभनटोली,मटियारी हाट बस्ती, सुन्दरबाड़ी आदि दर्जनों गाँव के नराज लोगों ने एक आम सभा का आयोजन मटियारी घाट में किया गया।
कनकई नदी के कटाव से तबाह व बर्बाद हुए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने बैठक में हिस्सा लिया तथा बाढ़ से सुरक्षा हेतु एक कमेटी का गठन किया गया।कमेटी के लोगों ने बताया कि दिघलबैंक प्रखंड अन्तर्गत पत्थरघट्टी पंचायत स्थित ग्वाल टोली के निकट कनकई नदी की धारा कुदरती तौर पर बदलने से वहाँ ग्वाल टोली पास नदी पर सरकार बाँध का निर्माण करना चाहती है।
अगर नदी को वहाँ पर बाँध दिया जाता है तो मटियारी हाट के आसपास के दर्जनों गाँव का वजूद हीं मिट जाएगा।जिस प्रकार इस बार 2020 के बाढ़ में महतोटोला, परतीटोला, मालीटोला गांव का वजूद मिट चुका है।करीब पचहत्तर परिवार का घर कनकई नदी के गर्भ में समा गया था। उनका आशियाना उजड़ गया था।आज भी विस्थापित परिवार दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। मटियारी हाट के बजार समिति के बनाए भवनों व उप स्वास्थ्य केंद्र के प्रांगण में अस्थायी तौर पर किसी तरह से अपना गुजर बसर करने को मजबूर हैं।
इसलिए पत्थरघट्टी ग्वाल टोली के पास कनकई नदी पर बाँध के प्रस्ताव को मंजूरी सरकार को नहीं देना चाहिए ।पहले जल संसाधन विभाग को गर्राटोली से लेकर मालीटोला सिरनियाँ गांव तक पत्थर पीचिंग के बाँध का निर्माण किया जाय फिर पत्थरघट्टी ग्वाल टोली के पास नदी को बाँधा जाना चाहिए।अगर ऐसा नहीं किया गया तो मटियारी हाट के आस- पास बसे सभी गाँवों का वजूद मिटाना तय है।
जिला परिषद श्यामलाल राम,पूर्व जिला परिषद शौकत अली,ग्राम पंचायत मटियारी के मुखिया प्रतिनिधि मास्टर अशरफ अली,उप मुखिया नूर आलम वार्ड सदस्य, पैवर आलम,वार्ड सदस्य लक्ष्मण साह,महबूब आलम, समिति सदस्य मुजस्सम आलम ,इजहार आलम ,रघुवीर पौदार, मास्टर सज्जाद आलम,वार्ड सदस्य अब्दुल कयूम, प्रवेज आलम,महमूद आलम,सैहरुल आलम,भोलानाथ पाण्डेय आदि ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग से माँग किया कि पत्थरघट्टी ग्वाल टोली के पास कनकई नदी को बाँधने की मंजूरी देने से पहले मटियारी हाट ,मालीटोला के आसपास गाँवों पर पत्थर के बाँध बनाकर इन गाँवों की पहले बाढ़ से सुरक्षा का इंतजाम किया जाय फिर पत्थरघट्टी ग्वाल टोली के पास नदी को बाँधने पर विचार करना चाहिए।
आम सभा के माध्यम से सैकड़ों की संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने सरकार व जनप्रतिनिधियों से बाढ़ व कटाव से बाढ़ के समय सुरक्षा की गुहार लगाई है।





























