राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम: गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को मिल रहा निःशुल्क इलाज का लाभ
हर जरूरतमंद बच्चा इस योजना से लाभान्वित हो।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत जिले में गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों को मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसी कड़ी में आज सदर अस्पताल से कोचाधामन की सिफत प्रवीण को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर भेजा गया। सिफत को जन्मजात स्वास्थ्य समस्या के कारण लंबे समय से कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।इससे पहले, सदर अस्पताल से चार अन्य बच्चों को भी इलाज के लिए पटना रेफर किया गया था। ये सभी बच्चे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, जिनमें हृदय रोग, क्लबफुट, त्वचा संक्रमण और मिर्गी जैसी बीमारियां शामिल थीं।
जिले में आरबीएसके की सक्रियता
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का उद्देश्य 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को गंभीर बीमारियों से निजात दिलाना है। इस कार्यक्रम के तहत टीम बच्चों को चिह्नित कर उनके इलाज की प्रक्रिया पूरी करती है। उन्होंने बताया कि भागलपुर और पटना जैसे उच्च चिकित्सा संस्थानों में रेफर किए गए बच्चों का इलाज पूरी तरह निःशुल्क होगा।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) डॉ. मुनाजिम ने बताया कि आरबीएसके टीम प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर तक भ्रमण कर गंभीर रूप से बीमार बच्चों की पहचान करती है और उन्हें समय पर उपचार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इलाज के लिए रेफर किए गए बच्चों और उनके अभिभावकों की यात्रा, दवा और चिकित्सा सुविधा का पूरा खर्च सरकार वहन करती है।
डीएम विशाल राज की अपील
जिलाधिकारी विशाल राज ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह योजना समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का एक अनुकरणीय प्रयास है। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की कि यदि उनके बच्चे को किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो वे निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।
हर जरूरतमंद बच्चा इस योजना से लाभान्वित हो।
आरबीएसके के जिला समन्वयक पंकज कुमार ने बताया कि टीम न केवल बच्चों को चिह्नित कर रही है, बल्कि अभिभावकों को जागरूक कर सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित कर रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर जरूरतमंद बच्चा इस योजना से लाभान्वित हो।
समाज में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पंकज कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों को निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराना समाज में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति विश्वास बढ़ाने का कार्य कर रहा है। इसके माध्यम से अधिक से अधिक लोग जागरूक होकर सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। वहीं सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने जनता से अपील की कि वे अपने आसपास के जरूरतमंद बच्चों की जानकारी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को दें ताकि हर बच्चे को स्वस्थ और सामान्य जीवन दिया जा सके।