संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ायी अपनी सतर्कता
-जिले के सभी पीएचसी में 9 टू 9 टीकाकरण सत्र संचालित करने का निर्देश
-प्रमुख सार्वजनिक स्थल व चिह्नित ट्रांजिट प्वाइंट पर जांच उपलब्ध कराने का प्रयास
किशनगंज :देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर विभागीय सतर्कता बढ़ा दी गयी है। फिलहाल जिले में संक्रमण का कोई मामला नहीं है। दुनिया के विभिन्न देशों के साथ भारत के कई राज्यों में संक्रमण के नये मामले सामने आने के बाद चौथी लहर की आशंका जाहिर की जा रही है। लिहाजा राज्य सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में जिले में एहतियात व बचाव संबंधी उपायों पर सख्ती पूर्वक अमल का प्रयास शुरू हो चुका है।
अभिभावक बच्चों के टीकाकरण को दें प्राथमिकता : जिलाधिकारी
जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने कहा कि पूर्व में संचालित अभियान से प्राप्त अनुभवों के आधार पर आगामी अभियान की सफलता को लेकर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये जिले के शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग को आपस में समन्वय स्थापित कर विद्यालयों की सूची तैयार कर शतप्रतिशत टीकाकरण का निर्देश दिया गया है । जिले के सभी प्रखंड के संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम को आयोजित कैंप का क्षेत्र में व्यापक प्रचार प्रसार का निर्देश दिया गया है। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से भी अभिभावकों को बच्चों के टीकाकरण के प्रति प्रेरित किया जा रहा है। जिले के सभी अभिभावकों से अपील करते हुए उन्हें प्राथमिकता के आधार पर अपने बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि शतप्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित कराना विभागीय प्राथमिकताओं में शुमार है। अभियान के क्रम में ड्यू लिस्ट के आधार पर लाभुक को दूसरे डोज का टीकाकरण व 60 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों को प्रीकॉशन डोज का टीका भी लगाया जायेगा।
जरूरी हो चुका है एहतियाती उपायों पर अमल :
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए एहतियाती उपायों पर अमल जरूरी हो चुका है। विभाग इसे लेकर पूरी तरह गंभीर है। जिले में कोरोना संबंधी जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। फिलहाल हर दिन 1000 लोगों की जांच हो रही है। टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के साथ-साथ प्रमुख ट्रांजिट प्वाइंट बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों, भीड़-भाड़ वाले बाजारों में जांच की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही हर दिन विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में इलाज के लिये आने वाले मरीजों की जांच सुनिश्चित कराने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया। टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिये सभी पीएचसी में 9 टू 9 टीकाकरण सत्र संचालित करने का निर्देश दिया गया है। जहां 18 से 59 साल आयु वर्ग के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर प्रीकॉशन डोज लगायी जानी है।
ज्यादा सतर्क व सावधान रहने की है जरूरत :
संक्रमण के बढ़ते मामलों पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि इससे घबराने की नहीं बल्कि सतर्क व सावधान होने की जरूरत है। हमें संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों पर गंभीरता पूर्वक अमल करना होगा। कुछ दिनों से इसे लेकर हमारी लापरवाही लगातार बढ़ती जा रही थी। इसे नियंत्रित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संक्रमण के खतरों से बचाव के लिये टीकाकरण हमारे पास मजबूत विकल्प के रूप में मौजूद है। हमें इसके प्रति गंभीरता दिखानी होगी। पूर्ण टीकाकरण के जरिये हम इसका आसानी से मुकाबला कर सकते हैं। खास करके दूसरे व प्रीकॉशन डोज के टीका के प्रति हमें गंभीरता दिखानी होगी।
जिले में अब तक 11.21 लाख प्रथम एवं 8.37 लाख लोगों ने ली है टीका की दूसरी डोज :
जिले में टीकाकरण से संबंधित उपलब्धियों की जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि जिले में 12 साल से अधिक उम्र के 13.60 लाख लोगों के टीकाकरण के लक्ष्य के आलोक में अब तक 11.21 लाख लोगों को टीका की पहली डोज लगायी जा चुकी है। 12 साल से अधिक आयु वर्ग दूसरे डोज के योग्य 9.80 लाख लाभुकों में से 8.37 लाख लोगों को टीका की दूसरी डोज भी लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले में 12 से 14 साल के 0.95 लाख लाभुक में 54 हजार को टीका की पहली डोज लग चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले में फिलहाल प्रीकॉशन डोज के 24 हजार से अधिक योग्य लाभार्थियों में महज 15 हजार ने ही प्रीकॉशन डोज का टीका लिया है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रीकॉशन डोज के टीकाकरण को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया।