किशनगंज /सागर चन्द्रा
सिंघिया कुलामनी पंचायत स्थित चौबंदी गांव में रास्ते को लेकर दो सगे भाइयों के बीच उपजे विवाद में दो लोगों की मौत मामले की जांच कर रही टाउन थाना पुलिस ने तीन फरार महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बुधवार को सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद गिरफ्तार आरोपी नवीजा खातून, नाजीरा खातून और सफेदा खातून को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
बताते चलें कि गत तीन जून को घटित घटना के बाद मृतक अब्दुल गफूर की बेटी हाजरा खातून के फर्द बयान के आधार पर सात लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई। हाजरा खातून ने अपने चाचा अब्दुल कलाम, चाची सलेहा खातून, चचेरा भाई रफीक आलम, जाफिर आलम सहित चचेरी बहन नवीजा खातून, सफेदा खातून और नाजरा खातून पर हथियार से लैस होकर हमला करने का आरोप लगाया था। घटना में हाजरा के पिता अब्दुल गफूर और भाई रमजान अली की मौत हो गई। जबकि वह और उसकी मां तेजरा खातून सहित बहन अंजूरा खातून गंभीर रूप से घायल हो गई। ज्ञातव्य है कि आवेदिका के चाचा अब्दुल कलाम ने पारिवारिक रास्ते पर ट्रेक्टर खड़ा कर दिया। जिससे परिवार के सदस्यों को आने जाने में परेशानी होने लगी। जिसका विरोध करने पर आरोपितों ने पिता अब्दुल गफूर की पिटाई कर दी।
पिता को बचाने के लिए पहुंचे भाई रमजान अली के सिर पर आरोपितों ने कुल्हाड़ी से वार कर दिया। जिससे रहमान अली की मौत हो गई और घायल पिता ने इलाज के लिए सिलीगुड़ी जाने के दौरान बीच रास्ते में दम तोड़ दिया। इस दौरान जब उसने मां तपरा खातून, बहन अंजुरा खातून के साथ मिल कर पिता और भाई को बचाने की चेष्टा की तो आरोपितों ने उनपर भी हमला बोल दिया। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने किसी तरह बीच बचाव कर सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। सदर अस्पताल में पुलिस अभिरक्षा में ईलाजरत अब्दुल कलाम पिता शाहजहां, सलेहा खातून पति अब्दुल कलाम सहित मो.रफीक आलम व जाफिर आलम को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया था।