Terror Funding Case :NIA के छापेमारी में बड़ा खुलासा , जमात ए इस्लामी के 56 ठिकानों पर हुई छापेमारी में महत्वपूर्ण सुराग लगे हाथ

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विदेशो से प्राप्त जकात की राशि का उपयोग किया जाता था आतंक फैलाने में

देश /डेस्क 


राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए) ने आज जम्मू कश्मीर टेरर फंडिंग केस में बड़ा खुलासा किया है ।मालूम हो कि आज सुबह से ही एनआईए जम्मू कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी के 14 जिलों के करीब  5 दर्जन ठिकानों पर छापेमारी किया ।बता दे की एनआईए ने जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के साथ जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, बडगाम, गांदरबल, बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, कुलगाम, रामबन, डोडा, किश्तवाड़ और राजौरी जिलों में 56 स्थानों पर छापेमारी की ।जमात-ए-इस्लामी के अलगाववादी गतिविधियों से संबंधित गृह मंत्रालय के आदेश पर 05.02.2021 को मामला दर्ज किया गया था। NIA द्वारा बताया गया संगठन के सदस्य विशेष रूप से ज़कात, मौदा और बैत-उल-मल के रूप में दान के माध्यम से घरेलू और विदेशों में धन इकट्ठा करते रहे हैं, जो कथित तौर पर आगे दान और अन्य कल्याणकारी गतिविधियों के लिए हैं, लेकिन इन फंडों का उपयोग हिंसक और अलगाववादी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।

वहीं जुटाए गए धन को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों जैसे हिज्बुल मुजाहिदीन (एचएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और अन्य को जमात-ए-इस्लामी कैडरों के सुव्यवस्थित नेटवर्क के माध्यम से भी भेजा जा रहा है। NIA द्वारा बताया गया कि जमात-ए-इस्लामी कश्मीर के प्रभावशाली युवाओं को भी प्रेरित कर रहा है और विघटनकारी अलगाववादी गतिविधियों में भाग लेने के लिए जम्मू-कश्मीर में नए सदस्यों  की भर्ती कर रहा है।वहीं NIA ने बताया की आज की गई छापेमारी  में प्रतिबंधित संगठन के पदाधिकारियों के परिसर, उसके सदस्य और जमात-ए-इस्लामी द्वारा कथित तौर पर चलाए जा रहे  कार्यालय भी शामिल हैं। NIA द्वारा बताया गया आज की छापेमारी के दौरान संदिग्धों के परिसरों से विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए।वहीं मामले में आगे की जांच जारी रहने की बात एजेंसी द्वारा कहीं गई है ।






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