नेपाल भारत मैत्री संघ के सदस्यों ने गलगलिया रेलवे स्टेशन का किया दौरा,भारतीय रेल का जताया आभार

SHARE:

गलगलिया/दिलशाद

गलगलिया रेलवे स्टेशन में हुए मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के ऐतिहासिक ठहराव को लेकर शुक्रवार को नेपाल भारत मैत्री संघ के सदस्यों ने गलगलिया रेलवे स्टेशन का दौरा किया। जहां पूर्व मुखिया गणेश प्रसाद राय ने सभी सदस्यों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया।


गौरतलब है कि नेपाल के झापा उद्योग मंडल एवं नेपाल-भारत मैत्री संघ के अध्यक्षों ने भारतीय रेल द्वारा सीमावर्ती रेलवे स्टेशन गलगलिया को उपेक्षित किये जाने को लेकर संयुक्त रूप से इंडो-नेपाल एवं बंगाल सीमा पर स्थित गलगलिया रेलवे स्टेशन के अपग्रडेसन, रेक पॉइंट निर्माण, एवं एक्स्प्रेस ट्रेनों के ठहराव के लिए रेलवे बोर्ड नई दिल्ली के चैयरमेन को एक ज्ञापन सौंपा था। साथ ही इसकी प्रतिलिपि जी एम एन एफ रेलवे, नेपाल में भारत के राजदूत, किशनगंज सांसद एवं डी आर एम कटिहार को भेजा था। वहीँ रेलवे बोर्ड द्वारा सीमावतीं रेलवे स्टेशन गलगलिया पर 05 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की अनुमति दी गई है।

जिसको लेकर भारत नेपाल मैत्री संघ के सभी सदस्यों ने भारतीय रेल प्रशासन को धन्यवाद दिया है। वही नेपाल के झापा उद्योग मंडल के अध्यक्ष यम बहादुर श्रेष्ठ एवं नेपाल-भारत मैत्री संघ के अध्यक्ष प्रदीपमणि रेग्मी ने ध्यान आकृष्ट करते हुए बताया है कि एनएफ रेलवे कटिहार डिवीजन के अंतर्गत गलगलिया स्टेशन ऐतिहासिक रूप से एक सामरिक महत्व और व्यापार योग्य स्थान पर स्थित है, जो नेपाल में भद्रपुर को बिहार में गलगलिया से जोड़ता है।

यह भारत-नेपाल ट्रेड और ट्रांजिट संधि के तहत भारत और नेपाल के बीच एक मान्यता प्राप्त व्यापार मार्ग भी है। साथ ही उन्होंने बताया कि मेची नदी पर सड़क और पुल के निर्माण के बाद, भद्रपुर में स्थित कई चाय, सीमेंट, प्लाईवुड उद्योग और चंद्रगडी हवाई एयरपोर्ट काफी अच्छी तरह से गलगलिया से जुड़ा हुआ है। बिहार , पश्चिम बंगाल और नेपाल के भी नागरिकों और सामानों का परिवहन सुगम होगा जिससे इन क्षेत्रों के सर्वगिण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।

इसलिए हम नेपाल के व्यापारी और स्थानीय लोग रेलवे बोर्ड द्वारा इन मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की अनुमति का जोरदार स्वागत करते हैं और रेलवे बोर्ड का धन्यवाद देते हैं। वहीँ पूर्व मुखिया गणेश प्रसाद राय ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के जीतने भी लोग हैं नेपाल बंगाल बिहार के लोगों का वर्षों पुराना मांग था जिसमें नेपाल-भारत मैत्री संघ के सदस्यों का सबसे बड़ा योगदान रहा है।

नेपाल-भारत मैत्री संघ के द्वारा दूतावास के माध्यम से रेलवे बोर्ड को रेल मंत्री को और गलगलिया के तरफ से जो आवेदन गया, इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित नेपाल-भारत मैत्री संघ के आवेदन पर भारत सरकार ने गंभीरता से लिया।
जिसको लेकर 16 सितंबर से सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की अनुमति मिल गई। साथ ही अररिया गलगलिया नई रेल लाईन की जो रूट बनी है जिसको माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा पूरे देश वासियों को संबोधित करते हुए उद्घाटन किया गया उनके संबोधन से गलगलिया का नाम पूरे देश में चला गया। जिसको लेकर उन्होंने भारत सरकार का धन्यवाद दिया। साथ ही नेपाल-भारत मैत्री संघ का भी धन्यवाद दिया।

सबसे ज्यादा पड़ गई