पहली बार जब नज़र मिली,
जैसे थम गई थी ये धड़कन,
न कोई शब्द, न कोई आवाज़,
बस दिल की बातें थीं अनजानी।
हवा में घुली थी मिठास कोई,
फिज़ाओं में रंग नया था,
तेरी झलक में थी जादूगरी,
हर लम्हा मेरा तेरा हुआ था।
छोटी-छोटी बातों में हंसी,
अनजाने एहसासों की झनकार,
तेरी हल्की छुअन से जागे,
दिल में छुपे कोमल अरमान।
चुपके से वो नाम लिखना,
हथेलियों पर तेरी यादों का,
सपनों में तेरा आ जाना,
फिर बेवजह मुस्कुराना।
पहला प्यार, वो मासूमियत,
जो उम्रभर साथ निभाए,
भले बदल जाए सब कुछ,
पर वो एहसास न जाए।






























