रिपोर्ट : राजेश दुबे
बिहार विधान सभा चुनाव में भले ही अभी 5 से 6 महीने का वक्त है ।लेकिन भाजपा पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है ।संगठन पर्व के अंतिम पायदान पर पटना के बापू सभागार में मंगलवार को राज्य परिषद की बैठक का आयोजन किया गया । जहां प्रवेक्षक केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए डॉ दिलीप कुमार जायसवाल के नाम का ऐलान किया। प्रदेश परिषद की बैठक में उन्हें विधिवत पदभार ग्रहण करवाया गया।
बैठक में पंचायत,अनुमंडल,जिला स्तर के 15000 से अधिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। जिनका उत्साह चरम पर था।गौरतलब हो कि इससे पहले सोमवार को उन्होंने विधिवत नामांकन पत्र दाखिल किया था।गौरतलब हो कि पिछले साल जुलाई में उन्हें अध्यक्ष मनोनीत किया गया था।उसके बाद पार्टी ने उनके नेतृत्व में विधान सभा उप चुनाव लड़ा, जिसमें NDA को सफलता हासिल हुई थी।गठबंधन के नेताओं संग तालमेल बनाने में वो पूरी तरह सफल साबित हुए है।
आज उनके नाम की घोषणा के बाद पूरा सदन भारत माता की जय,वंदे मातरम , डॉ दिलीप कुमार जायसवाल के जयकारों से गूंज उठा ।मालूम हो कि डॉ दिलीप कुमार जायसवाल मुस्लिम बहुल पूर्णिया ,अररिया,किशनगंज विधान परिषद सीट से बीते 15 वर्षों से भी अधिक समय से विधान परिषद के सदस्य है। नीतिश सरकार में डॉक्टर जायसवाल राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री का पद संभाल चुके है और बीते दिनों उन्होंने इस्तीफा दिया था। डॉ जायसवाल की छवि पूरी तरह बेदाग है और संगठन में सर्वमान्य नेता के रुप में उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
प्रदेश अध्यक्ष पद पर चुने जाने के बाद डॉक्टर जायसवाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन मेरे जीवन के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।उन्होंने कहा कि पद एक जिम्मेदारी होती है और जो जिम्मेदारी की चुनौती को स्वीकार करता है उसी को संगठन द्वारा दायित्व प्रदान किया जाता है ।
डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि बीते कुछ महीनों में एक एक कार्यकर्ता को कैसे सम्मान दिया जाए इसका प्रयास मैने किया है ।वही उन्होंने नेताओ और कार्यकर्ताओं का आभार जताया ।इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा,विनोद तावड़े सहित तमाम नेता और मंत्री मौजूद थे।