देश /डेस्क
हाथरस केस में हर दिन नया खुलासा हो रहा है ।मालूम हो कि पुलिस और SIT जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है ।पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीड़िता के घर उसकी भाभी बन कर रह रही महिला फर्जी थी और उसका नक्सल कनेक्शन सामने आया है । दरअसल, पिछले दिनों पीड़िता के परिवार में कथित महिला रिश्तेदार देखी गई। आरोप है कि खुद को युवती को भाभी बताने वाली यह महिला फर्जी रिश्तेदार बनकर घर पर रह रही थी और पीड़ित परिवार को बरगला रही थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला मध्य प्रदेश जबलपुर की रहने वाली है और अपना नाम कथित तौर पर डॉ. राजकुमारी बताया। केवल दलित होने के नाते परिवार के लोगों को भरोसे में लेकर वह कई दिनों से यहां रह रही थी। महिला जबलपुर मेडिकल कॉलेज में खुद को प्रफेसर बता रही थी।
जब पुलिस को शक हुआ तो महिला चुपचाप वहां से गायब हो गई।सूत्रों के मुताबिक नकली भाभी ने पीड़िता के परिवार को पूरी तरह अपने कब्जे में रखा था और अब जब उसकी पोल खुलने वाली थी उससे पहले ही वो फरार हो गई ।मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने मध्यप्रदेश पुलिस से संपर्क साधा है और उसे गिरफ्तार करने कि कोशिश में जुटी हुई है ।
मालूम हो कि इससे पूर्व पुलिस ने विदेशी फंडिंग और पीएफआई के कनेक्शन का भी खुलासा किया है वहीं पुलिस ने अब पीड़ित परिवार के घर पर सीसीटीवी कैमरा लगा दिया है और हर आने जाने वाले की जांच की जा रही है ।
फर्जी भाभी मामले का खुलासा होने के बाद सोशल मीडिया पर फर्जी भाभी को लेकर तरह तरह के सवाल भी पूछे जा रहे है और राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा सहित पत्रकारों को ट्रोल किया जा रहा है ।
मालूम हो कि FakeNaxalBhabhi हैशटैग के जरिए कहा जा रहा है कि हाथरस कांड ‘एक सोची-समझी साजिश’ है। बीजेपी के कई पदाधिकारियों ने सीधे-सीधे प्रियंका गांधी को टारगेट किया। पूर्व सांसद गीता कोटपल्ली ने प्रियंका की वायरल तस्वीर शेयर कर पूछा, “ये महिला कौन है? यह पीड़िता की मां नहीं है तो घर में कैसे घुसी? उसे प्रियंका को गले लगाने कैसे दिया गया? इसी महिला का बरखा दत्त ने भी इंटरव्यू किया था। यह एक सोची-समझी साजिश लगती है।” बीजेपी के सौरभ ने भी वही फोटो ट्वीट कर पूछा, ‘क्या फेक गांधी फेक नक्सल भाभी को गले लगा रही हैं?’





























