किशनगंज/दिघलबैंक /मुरलीधर झा
प्री-पेड स्मार्ट मीटर के अधिष्ठापन को लेकर बिजली विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य प्रखंड कार्यालय में की गई बैठक, मौजूद रहें अधिकारी व जनप्रतिनिधि। दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र में स्मार्ट मीटर के अधिष्ठापन को लेकर बिजली विभाग व दिघलबैंक बीडीओ बप्पी ऋषि व सीओ गरीमा गीतिका के अगुवाई में मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत के वार्ड सदस्यो ने विरोध किया कहा लोगों का दैनिक जीवन के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाना सही नहीं है हम लोग इसका विरोध करते हैं। विरोध करने वाले जनप्रतिनिधियों को बीडीओ बप्पी ऋषि द्वारा समझाया गया। बैठक में विकास मित्र,तालीमी मरकज, आंगनबाड़ी सेविका व जीविका दीदी शामिल हुई।
इस दौरान उपस्थित लोगों को ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाते हुए स्मार्ट मीटर लगवाने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया गया।इस बाबत दिघलबैंक बीडीओ बप्पी ऋषि ने बताया कि लोगों में स्मार्ट मीटर को लेकर कई तरह की गलत भ्रांतियां फैलाई गयी है,जिसे हम लोगों को मिलकर खतम करना है।
बैठक में शामिल आंगनबाड़ी सेविका एवं सदस्यो को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को जागरूक करते हुए स्मार्ट मीटर के फायदे व उसके तथ्यों के बारे में सही से जानकारी देते हुए जागरूक करने व स्मार्ट मीटर का अधिष्ठापन कराने को लेकर प्रेरित करने को कहा गया है।वही करेलाबारी पावर हाउस के अभियंता परमीत रंजन ने कहा कि कुछ लोगों के द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर क्षेत्र में दुष्प्रचार कराया जा रहा है। इसकी शिकायत व साक्ष्य मिलने पर उनके खिलाफ नियमसंगत कार्यवाही की जाएगी।
वहीं विधुत कार्यपालक अभियंता परमीत रंजन ने कहा कि स्मार्ट मीटर से प्राप्त सटीक और विस्तृत डेटा समस्याओं के त्वरित समाधान में सहायक होता है।स्मार्ट मीटर में दैनिक खपत का आंकलन किया जाता है,जिससे लोगों को काफी सहूलियत होती है।
उपभोक्ताओं को मोबाइल ऐप के माध्यम से बिल प्राप्त होता है।वे कार्यालय जाए बिना भी अपने स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कर सकते हैं. त्रुटि रहित बिलिंग के कारण उपभोक्ताओं को बिजली कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।स्मार्ट मीटर प्रणाली को पारदर्शी और सुलभ बनाते हैं।
इससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिलती है।उन्होंने बिजली उपभोक्ताओं से अनुरोध किया कि जिन उपभोक्ताओं के घर में अभी तक स्मार्ट मीटर नहीं लगा है वे शीघ्र ही स्मार्ट मीटर लगाकर योजना का लाभ उठाएं।वहीं बैठक में उपस्थित एसडीओ परमीत रंजन ने कहा कि स्मार्ट मीटर से ज्यादा बिल नहीं आता।यदि किसी उपभोक्ता को संशय है तो वे पुराना और स्मार्ट दोनों मीटर एक साथ लगवाकर इसकी जांच करा सकते हैं। सच्चाई यह है कि यह पहले से अधिक उपभोक्ता हित में और पारदर्शी है।किसी तरह की भ्रांति में नहीं पड़ें।बैठक में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता,बीडीओ ,सीओ व कई अन्य पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहें।