बिहार महागठबंधन में नहीं है सब कुछ ठीक

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कटिहार में माले विधायक के विरोध प्रदर्शन के बाद राजनीति हुई गर्म

किशनगंज /प्रतिनिधि

बिहार में राजद, कांग्रेस, जदयू, हम व माले की सरकार है। महागठबंधन के इस सरकार में बिहार में सब कुछ ठीक नहीं है । गौरतलब हो की पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह और उपेंद्र कुशवाहा लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे है वही दूसरी तरफ रविवार को जब कटिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा चल रही थी उसी दौरान बलरामपुर से माले विधायक महबूब आलम बीच सड़क धरना पर बैठ गए।एमएलए के धरना पर बैठने की खबर देखते ही देखते आग की तरह राजनैतिक गलियारे में फेल गई।

महागठबंधन विधायक के धरना पर बैठने के बाद राजनीति गर्म हो चुकी है। पूरे मामले पर जेडीयू प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम ने कहा की विधायक महबूब आलम की धरना पर बैठने की पुरानी आदत है और यह कोई बड़ी बात नहीं है इससे पहले भी वो धरना पर बैठ चुके है।उन्होंने कहा की जो विपक्ष के लोग है या बीजेपी के लोग है उन्होंने ही विरोध किया होगा वरना अभी तक समाधान यात्रा में कही कोई विरोध नहीं हुआ है ।

जबकि किशनगंज सदर विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस एमएलए इजहारुल हुसैन ने महागठ बंधन की मजबूती का दावा करते हए कहा की कुछ लोग चर्चा में बने रहने के लिए इस तरह का कार्य करते है । उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री का सम्मान किया जाना चाहिए ।उन्होंने कहा की सीएम के द्वारा समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।मालूम हो की रविवार को महबूब आलम समाहरणालय के सामने कटिहार कोढ़ा मुख्यमार्ग पर पुलिस पर बदसूलकी का आरोप लगाते हुए धरना पर बैठ गए थे ।

हालाकि कुछ देर बाद उन्होंने धरना समाप्त कर दिया था लेकिन विपक्ष को बैठे बिठाए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने का एक मौका तो मिल ही गया।अब देखने वाली बात होगी की जनता की समस्या का समाधान करने निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन और अपनी पार्टी में व्याप्त समस्या का समाधान निकाल पाते है या नही यह तो वक्त ही बताएगा।

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