जल-जीवन-हरियाली अभियान की सफलता सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता: डीएम
किशनगंज /प्रतिनिधि
जिलाधिकारी, किशनगंज श्रीकांत शास्त्री द्वारा जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत तालाब,पोखर जीर्णोधार,जल संचयन क्षेत्र में जल की कमी पर जल ले जाने, सोकपीट एवं आरडब्लूएच निर्माण,पौधारोपण, जियोटैग,टपकन सिंचाई,सौर ऊर्जा सहित सभी बिन्दुओं पर एजेन्डावार विस्तृत समीक्षा की गई।उप विकास आयुक्त मनन राम द्वारा सभी बिन्दुओं पर समेकित प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
समीक्षा में पाया गया कि किशनगंज जिला के 07 प्रखंडों के 125 पंचायतों में वर्ष 2022-23 में जेजेएच अभियान के तहत ग्रामीण विकास विभाग द्वारा अबतक कुल 445200 वृक्षारोपण हुआ है। साथ ही,वन विभाग द्वारा 98600 और मनरेगा द्वारा 200600 वृक्षारोपण हुआ है। ग्रामीण विकास तथा वन विभाग के 8 पौधशाला में 34000 पौधरोपण भी हुआ है।
डीएम श्री शास्त्री ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली योजना अंतर्गत मनरेगा में प्रत्येक वर्ष पौधारोपण की योजनाएँ ली जा रही हैं।राज्य स्तर पर नियमित तौर पर पौधारोपण की योजनाओं में सृजित मानव दिवस की गणना एवं विश्लेषण किया जाता है।अतः इसके लिए हम सबको तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहने की आवश्यकता है। मनरेगा योजना के अंतर्गत पौधारोपण की योजनाओं में मानव दिवस का सृजन *अनुमान्य* के अनुसार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पौधों की *उत्तरजीविता* सुनिश्चित होती है। मानव दिवस की लक्ष्य की प्राप्ति हेतु पौधारोपण की योजनाओं में अनुमान्य के अनुरूप मानव दिवस सृजित किया जाना *अनिवार्य* है। डीएम श्री शास्त्री ने निदेश दिया कि सभी सम्बद्ध पदाधिकारी वृक्षारोपण की योजनाओं में मानव दिवस सृजन का *शत-प्रतिशत* लक्ष्य प्राप्त करने हेतु सतत प्रयत्नशील रहेंगे।
ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 5 एकड़ तक के तालाब पोखर जीर्णोधार के कार्य अंतर्गत चिन्हित 185 तालाब पोखर के जीर्णोधार की योजनाओं में 155 में कार्य प्रारंभ हो गया है,परंतु 30 योजनाओं में कार्य प्रारंभ नहीं है। इसी प्रकार, लघु सिंचाई विभाग अंतर्गत 26 जल संचय चिन्हित है,परंतु 21 तालाब पोखर जीर्णोधार के कार्य प्रारंभ ही नहीं हुए है,इसपर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शीघ्र कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया।
मनरेगा के तहत सार्वजनिक चापाकल के पास सोकपीट की 1604 स्वीकृत योजनाओं में 1480 में कार्य प्रारंभ होने की सूचना दी गई। रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग (आरडब्ल्यूएच) की स्वीकृत योजनाओं में कार्य पूर्ण होने की समीक्षा हुई।
वैसे जल क्षेत्र जहां जल की कमी है,जल क्षेत्र में जल ले जाने के कृषि विभाग के चिन्हित कार्य में 44.41% तथा पशु एवम मत्स्य विभाग के चिन्हित कार्य में 87.50% उपलब्धि रही।सार्वजनिक कुआं के जीर्णोधार अंतर्गत कार्यों की समीक्षा की गई।
डीएम श्री श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि पंचायत स्तर पर *जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत किए गए सभी योजनाओं की इन्ट्री पोर्टल* पर करना सुनिश्चित करें। प्रति पंचायत मानव दिवस सृजन, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एवं महिला सहभागिता को बढ़ाने के संबंध में कार्य योजना बनाएँ। बैठक में डीएम के अतिरिक्त डीडीसी, डायरेक्टर डीआरडीए,डीपीआरओ,जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिले के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी व अन्य सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।





























