किशनगंज :धापरटोला गॉव के लोग अपना आशियाना अपने हाथों से तोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर

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किशनगंज /विजय कुमार साह

टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भोरहा पंचायत के आशा,फुलबरिया झुनकी मुशहरा पंचायत के धपरटोला गाव,हथिलद्दा गाव चिल्हनियाँ पंचायत स्थित कोठी टोला गांव में रेतुआ नदी के जल स्तर में वृद्धि होने से कटाव तेज हो गया है ।कटाव के जद में धापर टोला गॉव आने से लोग अपना आशियाना अपने हाथों तोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं ।बताते चलें कि लगातार हो रही बारिश से किसानों की लहलहाती धान की फसल रेतुआ नदी की भेंट चढ़ चुकी है।






कोठीटोला के ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक किसी भी प्रकार का कोई राहत या बचाव कार्य प्रशासन के तरफ से नहीं मिला है।धापरटोला गाव मे नदी के जलस्तर बढ़ने के उपरांत कटाव की समस्या तेज हो गई है। जिसमे दो तीन दिनो के भीतर कम से कम चार पाँच घर नदी मे विलिन हो चुके है।कटाव की समस्या का सामना कर रहे यासीन,नासिद आलम,मस्गर आदि लोग बताते है की कटाव का जायजा लेने पहूँचे अधिकारी और जनप्रतिनिधि पर किसी प्रकार का ठोस व उचित कदम उनके द्वारा नहीं उठाया गया।

गौरतलब है की कुछ दिन पहले ही टेढ़ागाछ अंचलाधिकारी अजय कुमार चौधरी ने कटाव क्षेत्रों का जायजा लिया था। नदी के किनारे बसे लोगो को बाढ़ व कटाव से बचाव का भरोसा दिया था, लेकिन फिर भी अभी तक किसी प्रकार की राहत पीड़ितो तक नही पहुँची।वहीं हवाकोल पंचायत के हवाकोल गाव स्थित मध्य विद्यालय हाटगाँव भी पुरी तरह से कटाव के जद में है ।

साथ हीं कोठीटोला देवरी में कटाव से महादलित परिवार के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। रामलाल मांझी और चमक लाल माझी अपना घर छोड़ने को विवश है। गरीब और असहाय महादलित परिवारों का कोई सुनने वाला नहीं है। किसी ने अभी तक इन परिवारों की सुधि तक लेना उचित नहीं समझा है।जिन्दगी की काढ़ि कमाई का एक एक रुपैया बचा कर किसी तरह से रहने के लिए बड़ी मुश्किल से घास फूस का अपना आशियाना बनाया वो आशियाना भी आज अपने हाथों से उजाड़ने को बेबस व लाचार है पिड़ित परिवार के लोग ,वहाँ के लोगों का कहना है की बस्ती समाज के लोग कब तक मदद करेंगे। प्रशासन व जन प्रतिनिधियों से कटावरोधी कार्य करने की माँग की है।






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