• बहादुरगंज सहित सात प्रखंडों में सृजित होगी 9,500 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता
• केवल सरकारी भूमि पर 18 माह में गोदाम निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य
-खाद्यान्न गुणवत्ता जांच हेतु राज्य स्तरीय प्रयोगशाला स्थापित की गई
पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने कहा कि किशनगंज जिले के सात प्रखंडों में कुल 9,500 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता वाले प्री-फैब गोदाम निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गई है। इस योजना पर कुल 27 करोड़ 65 लाख 15 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे।
श्री चौधरी ने कहा कि इन गोदामों का निर्माण बहादुरगंज नगर पंचायत, दिघलबैंक प्रखंड के मंगुरा पंचायत, किशनगंज प्रखंड के चकला पंचायत मौजा घोड़ामार, कोचाधामन पंचायत, पोठिया प्रखंड के बधुरा पंचायत पौआखाली मौजा, टेढ़ागाछ प्रखंड के दहीभात पंचायत और ठाकुरगंज प्रखंड के गोधरा पंचायत में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी गोदाम केवल सरकारी जमीन पर ही बनें और रैयती जमीन का उपयोग न किया जाए। निर्माण प्रारंभ करने से पहले संबंधित विभाग से एनओसी प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
श्री चौधरी ने कहा कि निगम द्वारा निर्माण कार्य पर खर्च की गई राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा। पूरी राशि वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजटीय प्रावधानों से व्यय होगी।
उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार गरीबों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
श्री चौधरी ने कहा कि बिहार में एनडीए की डबल इंजन सरकार केंद्र सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम अंतर्गत राशनकार्डधारी गरीब परिवार को 35 किलो अनाज दे रही है। इससे बिहार के करीब दो करोड़ परिवारों के करीब 8.37 करोड़ सदस्य लाभान्वित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि फोर्टिफाइड चावल और अन्य खाद्यान्न की गुणवत्ता जांच हेतु राज्य स्तरीय प्रयोगशाला स्थापित की गई है। इसी कड़ी में किशनगंज जिलान्तर्गत सात विभिन्न प्रखंडों में कुल 9,500 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता के प्री-फैब गोदाम निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है।





























