विकास ढूंढ रहे है बिहार के इस गांव के ग्रामीण

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आजादी के सात दशक बाद भी विकास की रौशनी से दूर है ठाकुरगंज सखुआ डाली पंचायत के कई गांव

चचरी पुल एवम नाव के सहारे गुजर बसर करते है ग्रामीण

रिपोर्ट :अब्दुल जब्बार 

आजादी के सात दशक गुजर जाने के बावजूद विकास की रौशनी इस गांव तक नही पहुंची हैं। ठाकुरगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सखुआडाली पंचायत के वार्ड नंबर 3 का यह पूरा मामला है जहां  मेनागुड़ी ,नेबुभीट्टा ,दहिभात होटापाड़ा शीशागुड़ी के ग्रामीण आज भी विकास से कोसो दूर है। यहां के ग्रामीण  आज भी चचरी पूल और नाव का सहारा लेकर ज़िन्दगी गुजार बसर करते हैं।

स्थानीय ग्रामीण मोनू हसदा ,अमृत लाल ,उमेश, चंद्रशेखर ,मुन्ना, राजेश , निर्मल बेसरा, सुकी मुर्मू ,शक्ति मोहन सहित अन्य ने अपना दुख दर्द साझा करते हुए बताया कि किसी को भी इमरजेंसी इलाज के लिए अगर अस्पताल ले जाना पड़ता है तो हम लोग  खटिया का सहारा लेकर मुख्य सड़क तक पहुंचते हैं।ग्रामीणों ने बताया की हम लोगों की समस्याओं को कोई सुनने वाला नहीं है हम सभी अपनी परिवार की जिंदगी भगवान भरोसे जी रहे हैं ।

ग्रामीणों ने बताया की चुनाव का समय आते ही नेताओं का दौरा शुरू हो जाता है और विकास का आश्वासन देकर वोट लेते हैं लेकिन जीतने के बाद सांसद हो या विधायक 5 साल तक लापता हो जाते हैं ।ग्रामीणों ने बताया की सड़क नही रहने के कारण बच्चो को विद्यालय जाने में काफी परेशानी होती है ।बरसात के समय में खतरा बढ़ जाता है। लोगो ने कहा की स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कई बार मांग की गई लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला है । 

वहीं  सरपंच प्रतिनिधि मोहम्मद नासिर आलम ने बताया कि इन लोगों की परेशानियों को देखकर हम लोग भी परेशान रहते हैं इस तरह का नजर अंदाज कोई भी प्रतिनिधि को नहीं करना चाहिए । इस बाबत जब जिला परिषद प्रतिनिधि अहमद हुसैन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम लोग के पास इतना फंड नहीं है जिससे सभी काम किया जा सके।लेकिन विधायक सांसद को अवगत करवाया गया है ।देखने वाली बात होगी की इन ग्रामीणों के अच्छे दिन कब आयेंगे ।

विकास ढूंढ रहे है बिहार के इस गांव के ग्रामीण