किशनगंज /संवादाता
पिछले चार पांच दिनों में लगातार प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ने घटने का सिलसिला जारी है, जिस कारण करूवामनी पंचायत के भुरलिभिट्ठा गांव बूढ़ी कनकई नदी के कटान के जद में हैं। अब तक के नदी के कटाव से दो प्रधानमंत्री आवास, आधे दर्जन से अधिक कच्चे घर,उपजाऊ जमीन नदी के गर्भ में समा चुका हैं।

पंचायत के मुखिया अब्दुल माजिद ने भुरलीभिट्ठा गांव में बूढ़ी कनकई नदी के कटान की जानकारी देते हुए कहा कि तीन दिनों से नदी का कटाव गांव की तरफ तेजी से हो रहा है। नदी के कटाब से मो.अफजल ओर मो.जमाल के परिवार के नाम से प्रधानमंत्री आवास सहित कई कच्चे घर को नदी अपने आगोश में ले लिया है। तेजी से कटान को देखते हुए लोग अपने घरों के टीन, छप्पर, सहित घर मे रखें समानों को बाल बच्चों संग निर्माणाधीन गन्धर्वडांगा धनतोला सीमा सड़क पर शरण लिए हुए है।

उन्होंने कहा कि गांव में नदी के कटाब की जानकारी प्रशासन को दे दी गयी है, पर अब तक कोई भी कटाब स्थल का दौरा या बचाव कार्य नहीं कराया गया है। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। गांव में तीन चार दिनों से जारी कटाब को अपने आखों के समाने से देखें जानें कि दर्द बयां करते गांव के एक युवा मो.जमील एवं अन्य पीड़ित लोगों ने कहा कि पिछले दो वर्षों से बरसात के समय गांव में कटान के चलते पहले ही गांव के दो दर्जन से अधिक परिवार के लोग पलायन कर चुकें हैं।
कुछ लोग आसपड़ोस में जमीन खरीद या रिस्तेदारों के जमीन पर फिर से रहने के लिए घर तो बना लिए हैं। पर नदी के कटान का मार झेल रहें हबीब, मुख्तार,मंजूर आलम,एक बोर,मो.कादीर ऐसे लोग भी है जो अब भी सीमा सड़क पर शरण लिए हुए है ना इसके पास घर बनाने के लिए पैसे है और न ही जमीन।
पीड़ित परिवारों ने बताया कि गांव की तरफ तीन चार दिनों से तेज कटाब हो रहा है,कटाब को देखते हुए मो. अफजल और मो.जमाल अपने पक्का मकान के घर से एक एक ईंट को खोलने लगा पर अंततः वह भी आखों के सामने नदी के गर्व में समा गया।