किशनगंज :दीपावली के इस त्यौहार पर खुशियां बांटे, संक्रमण का वायरस नहीं

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• गिफ्ट में दें मास्क व सेनिटाइजर, संक्रमण के प्रति करें जागरूक
• त्यौहार पर संक्रमण से सुरक्षा के प्रति नहीं हों लापरवाह
• सेनिटाइजर को आग से दूर रखें, पटाखे चलाने से भी बचें
• मेहमान घर आयें तो साबुन पानी से धुलवायें हाथ, दें ऑनलाइन बधाई

किशनगंज, 12 नवंबर:
जगमग रोशनी का त्यौहार दीपावली दीयों के साथ खुशियां के आगमन का संकेत देने वाली है. दीपावली व लोक आस्था के त्यौहार छठ को लेकर लोग घर आने वाले अपनों के इंतजार में है. बाजार में खरीदारी कर रहे हैं और मिलने जुलने वालों के स्वागत की तैयारी में भी जुटे हैं. लेकिन यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि कोविड संक्रमण काल से पूर्व की तरह इस बार की दीपावली बिल्कुल अलग है. इस दीपावली को कई मायनों में हमें ख़ास बनाना होगा. दीपावली का पर्व अंधेरों पर प्रकाश की जीत का है. अभी के दौर में कोविड-19 अंधेरों का पर्याय बनने को आतुर भी दिख रहा है. लेकिन हम थोड़ी सतर्कता एवं सावधानी से उजालों के पर्व दीपावली को संक्रमण मुक्त कर सकते हैं एवं त्यौहार की खुशी लोगों के साथ साझा कर सकते हैं. इसके लिए हमें संक्रमण के प्रति एहतियात बरतने की सख्त जरूरत है. इसमें विशेषकर हाथ धोने, मास्क पहनने और दीपावली जैसे त्योहार पर भी 6 फीट की दूरी रखने जैसे नियमों का पालन जरूरी है.

दीपावली पर खुशियां बांटे, वायरस नहीं:

दीपावली को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पोस्टर जारी करते हुए दीपावली व छठ जैसे त्यौहारों पर बरती जाने वाली उपायों का आवश्यक रूप से ख्याल रखने की अपील की है. मंत्रालय ने अपील किया है कि इस घड़ी में हमें खुशियां बांटनी हैं ना कि वायरस और इसके लिए आवश्यक उपायों का पालन जरूर करें. यदि आपके पास मोबाइल फोन, लैपटॉप है तो इसके माध्यम से आॅनलाइन अपने रिश्तेदारों को दीपावली की बधाई दे सकते हैं.

सेनिटाइजर के इस्तेमाल के प्रति रहें सचेत:

दीपावली पर सेनिटाइजर के इस्तेमाल के प्रति सचेत रहना जरूरी है. सैनिटाइजर में एल्कोहल होता है. यह आग तेजी से पकड़ता है. दीपक जलाने से पहले इसका इस्तेमाल नहीं करें. आतिशबाजी से दूरी बनायें. यदि दीप जला रहे हों तो सैनिटाइजर को अपने साथ नहीं रखें. इसे आग से दूर सुरक्षित स्थान पर रखें. इस मौके पर घर में बनाये गये या डिब्बाबंद मिठाईयों का इस्तेमाल करें. दीपावली पर यदि घर पर कोई मेहमान पहुंचते है तो सबसे पहले साबुन पानी से हाथ धुलवायें. गले नहीं लगें व इसकी जगह उनका अभिवादन हाथ जोड़ कर करें. यदि उनके द्वारा कोई गिफ्ट दिया जाता है तो उसे सेनिटाइज कर लें.

सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा कि दीपावली में पटाखों के चलाने से उत्पन्न वायु प्रदूषण व्यक्ति के श्वसन तंत्रिका को प्रभावित करती है। जिससे वैसे लोग जो पहले से सांस संबंधी व्याधियों से ग्रसित हैं उनके लिए यह प्रदूषण काफी खतरनाक है। कोविड- 19 के वायरस जो हमारे श्वसन तंत्रिका को ही प्रभावित करती है, उसके लिए भी आवश्यक है कि कम से कम पटाखे चलाये जायें। किसी भी तरह से श्वसन तंत्रिका का संक्रमित या कमजोर हो जाना हमारे लिए घातक हो सकता है।

सुरक्षित रहने के लिए इसका भी रखें ध्यान:

• घर पर ही रहकर दीपावली मनायें.
• तोहफा के आदान प्रदान को लेकर सर्तक व सजग रहें.
• कम भीड़भाड़ वाले समय में ही खरीदारी करें.
• आवश्यक सामानों की लिस्ट बनाकर एक ही दूकान से खरीदारी करें.
• बहुत अधिक बाजार घूम घूम कर खरीदारी करने से बचें.
• गिफ्ट में मास्क, सेनिटाइजर देकर संक्रमण के प्रति करें जागरूक

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