अर्राबाड़ी डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय में आयोजित 15 दिवसीय आवासीय कोर्स का शुभारंभ किया गया

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किशनगंज/पोठिया/राज कुमार


पोठिया प्रखंड अंतर्गत अर्राबाड़ी स्थित डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय में शुक्रवार को 15 दिवसीय आवासीय कोर्स CCINM के 10 और 11 बैच का शुभारंभ किया गया जो कि 14 नवम्बर 2025 तक चलेगी। इस कोर्स का उद्देश्य उर्वरक डीलरों की पेशेवर क्षमता को बढ़ाना और उन्हें मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन में पैरा-एक्सटेंशन प्रोफेशनल्स के रूप में तैयार करना है।

समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज के एसोसिएट डीन सह प्रिंसिपल, डॉ. के. सत्यनारायण रहे। अपने भाषण में उन्होंने कहा, कृषि में उर्वरक का महत्व अत्यधिक है, और यह कोर्स डीलरों के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जो उन्हें अधिक प्रभावी और जिम्मेदार बनाने में मदद करेगा। उर्वरक क्षेत्र में उत्कृष्टता लाने के लिए इस तरह के कोर्स की आवश्यकता बेहद जरूरी है। यह कार्यक्रम सभी के लिए ज्ञानवर्धक रहा, और हमें उम्मीद है कि यह कोर्स कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएगा।

कार्यक्रम के दौरान, प्रशिक्षार्थियों ने अपने अपेक्षाएं साझा किए कि वो किस उद्देश्य से प्रशिक्षण लेने आये हैं। कोर्स के कोर्स को-कोऑर्डिनेटर . मनीष कुमार ने भी प्रशिक्षणार्थियों को कोर्स के लाभों के बारे में विस्तार से बताया और उन्हें कृषि क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम भविष्य में उर्वरक डीलरों और कृषि क्षेत्र के अन्य व्यक्तियों की क्षमताओं को और बढ़ाएंगे।

यह कार्यक्रम उर्वरक डीलरों की व्यावसायिक दक्षता को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है, और भविष्य में इसी प्रकार के और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर नोडल पदाधिकारी डॉ. स्वराज कुमार दत्ता, डॉ. जे. पी. सिंह, ऑफिसर इन्चार्ज हॉर्टिकल्चर रिसर्च सेण्टर और डॉ. संजय सहाय, ऑफिसर इन्चार्ज एडवांस सेण्टर ऑफ़ सेरिकल्चर, साथ ही अन्य वैज्ञानिक डॉ. भोला नाथ साहा, डॉ. हेना परवीन डॉ. केविन क्रिस्तोफेर, डॉ. अंजली शुधाकर, डॉ. नीतू नन्द सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

मंच का संचालन डॉ. श्वेता ने किया। यह 15 दिवसीय प्रशिक्षण कोर्स फर्टिलाइजर डीलर्स, कृषि व्यवसाय से जुड़े लोगों और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले सभी व्यक्तियों के लिए है। इस कोर्स के माध्यम से कृषि क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों को उर्वरक प्रबंधन, मृदा स्वास्थ्य और उर्वरक संतुलन बनाए रखने की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

इस कोर्स में भाग लेने के लिए फर्टिलाइजर डीलर्स, कृषि व्यवसाय से जुड़े लोग, और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले सभी व्यक्ति पात्र हैं। इच्छुक युवक, युवती एवं किसान अपने आधार कार्ड, 10वीं की प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र की फोटोकॉपी, दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ आ सकते हैं। आवेदक डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, अर्राबारी, किशनगंज के बैंक खाते में NEFT/RTGS के माध्यम से आवेदन शुल्क (₹12,500) स्थानांतरित करें। UPI के माध्यम से भुगतान स्वीकार नहीं किया जाता है। उम्मीदवारों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाता है।

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