महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट का विरोध, सांसद डॉ जावेद आजाद ने त्रुटि में सुधार की मांग की

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पूर्णिया जिले के बायसी के चरिया मैदान में महानंदा बेसिन रोको संघर्ष कमेटी के द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया है। जहां महानंदा बेसिन के निर्माण का विरोध करते हुए सैकडो लोग और नेता जुटे है। इस दौरान किशनगंज सांसद डॉ मोहम्मद जावेद आज़ाद ने भी अपनी बातों को रखा और सभा में मौजूद सभी प्रतिनिधियों एवं आम जनताओं को आश्वस्त किया कि जो भी महानन्दा बेसिन में त्रुटि है उसको सुधार कर ही कार्य करवाया जाएगा ताकि लोगो को भविष्य में किसी तरह की कोई परेशानियों का सामना ना करना पड़े।

सांसद डॉक्टर मोहम्मद जावेद आजाद ने आगे कहा कि हम सबको मिलकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचकर उन्हें परेशानियों से अवगत करवाना पड़ेगा कि यह अधिकारी और इंजीनियर जो कार्य कर रहे हैं वह बिल्कुल गलत है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह पैसे देकर इंजीनियर बने हैं वरना इस तरीके का काम नहीं करते और ऐसा नक्शा नहीं बनाते।

इस दौरान सभा में मौजूद नेताओं ने कहा कि महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट का ये दूसरा फेस है। जिसके निर्माण कार्य के लिए बांध बनाए जा रहे हैं। लेकिन इस बांध के निर्माण कार्य से जो तबाही सीमांचल में आने वाली है। उससे सरकार या विभाग को कोई लेना देना नहीं है। महानंदा नदी और उनकी सहायक नदियों में बनाए जाने वाले बांध को तट के करीब नहीं बनाकर किलोमीटर भर दूर बनाया जा रहा है। जिससे नदी और बांध के बीच हजारों आशियाने बने हैं, जो तबाह हो जाएंगे।

इसलिए बांध रोको संघर्ष समिति द्वारा बांध के निर्माण में तत्काल रोक लगाकर नए सिरे से स्थानीय प्रतिनिधि व ग्रामीणों की मौजूदगी में नया प्रारूप तैयार किया जाए और फिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाए, इसकी मांग की जा रही है। मालूम हो कि महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट के तहत सीमांचल के कटिहार, पुर्णिया, अररिया और किशनगंज से गुजरने वाली दर्जनों नदियां शामिल है। सैंकड़ो किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट के लिए 400 करोड़ से अधिक की राशि आवंटित है। इसे बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होना है। लेकिन संघर्ष समिति ने विरोध करते हुए प्रोजेक्ट बनाने से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री व बिहार सरकार से मांग की है।

महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट का विरोध, सांसद डॉ जावेद आजाद ने त्रुटि में सुधार की मांग की