Search
Close this search box.

18 दिनों के अंदर दो बच्चियों की मौत से परिजनों में मचा कोहराम

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

बहादुरगंज/किशनगंज/निशांत चटर्जी

महज अठारह दिन के भीतर एक ही परिवार के दो बहनों की दिमागी बुखार से हुई मौत ने परिवार के लोगों को जहां विचलित कर दिया है वहीं गांव के लोग भयवीत हैं। सूचना पर डाक्टरों की टीम ने भी गांव पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया है। घटना बहादुरगंज प्रखंड अंतर्गत समेश्वर पंचायत के वार्ड नं 13 के सीतागाछ गांव की है जहां मुस्ताक आलम की एक बेटी की मौत बीते 18 दिन पूर्व अचानक ही बुखार के कारण हो गई थी तथा दूसरी बेटी की मौत गुरुवार को हो गई ।

जिसका ईलाज बीते दो सप्ताह से चल रहा था। जानकारी के अनुसार पहली बेटी माफिया प्रवीन (18) की मौत के बाद दो दिन बाद ही दूसरी बेटी मस्तूर जहां (16) की तबियत अचानक ही बिगड़ गई। पहली बेटी की अचानक हुई मौत से परिजन दूसरी बेटी को किशनगंज के किसी निजी नर्सिंग होम में भर्ती किए थे। जहां 9 दिन एडमिट के बाद घर ले आए जहां तबियत में सुधार नहीं देख पूर्णिया के किसी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने दिमागी बुखार बतलाया।

ईलाज के बाद भी सुधार नहीं हुआ जहां गुरुवार को मस्तूर जहां भी जंग हार गई। मृतका के चचेरे भाई रमीज रेजा के अनुसार पहली बेटी की मौत को घर वाले समझ ही नहीं पाए और उनकी मौत हो गई। दूसरी का हर तरह से इलाज किया गया बावजूद उनकी मृत्यु हो गई। बताते चलें कि पीड़ित माता पिता की चार बेटी थी और एक 6 साल का बेटा है। लगातार दो बेटी की मौत से माता पिता सदमे में है।इस संदर्भ में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बहादुरगंज रिजवाना तबस्सुम से दूरभाष पर संपर्क साधने का प्रयास किया गया परंतु उनसे संपर्क नहीं हो सका।

वहीं इस संदर्भ में सिविल सर्जन किशनगंज डॉ राजेश कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि बहादुरगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सीतागछ गावँ में दो बहन की मौत की खबर मिली है।जहाँ एक बहन की मौत दो सप्ताह पूर्व दूसरी बहन की मौत बीती रात को पूर्णिया में इलाज के दौरान हुई है।वहीं दोनो बहन 16 एवं 20 वर्ष की बताया जा रहा है।वहीं सम्बंधित गांव में मेडिकल टीम विभाग द्वारा भेजा जा रहा है।जहाँ मेडिकल टीम के द्वारा गांव में बच्चों एवं अन्य सभी उम्र के लोगों का जांच किया जाएगा।

Leave a comment

18 दिनों के अंदर दो बच्चियों की मौत से परिजनों में मचा कोहराम

× How can I help you?