आप का सोना कितना असली ?

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कुमार राहुल

सावधान हो जाइए ।जी हां! नकली सोना आप जो सोना खरीद रहे हैं, उसके बिल्कुल शुद्ध होने की गारंटी कौन दे रहा है। अगर सोना बाद में नकली निकल गया ,तो उसका जिम्मेदार कौन होगा । अब सोना खरीदने से पहले आपको अनेक पहलुओं की जांच करनी होगी। वह अब इसलिए जरूरी हो गया है, क्योंकि आज सोना की कीमत ₹55650 प्रति 10 ग्राम है। और दिवाली तक ₹70000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच जाने की आशंका है।

ऐसे में अगर किसी का खरीदा हुआ, सोना नकली निकल जाए, तो उसकी हालत क्या होगी। यह नकली सोने की बात मैं नहीं कर रहा हूं, बल्कि भारत सरकार और नेपाल सरकार की एजेंसी द्वारा पकड़े गए अल्ताफ अंसारी ने खुलासा किया है ।

अल्ताफ नेपाल के बारा जिले के हरपुर का निवासी है,। 2011 में जप्त 55 लाख की भारतीय नकली करेंसी के मामले में फरार चल रहा था। इसे नेपाल पुलिस ने हाल में गिरफ्तार कर लिया है ।अल्ताफ दाऊद इब्राहिम का गुरगा है ।और नेपाल में नकली नोटों का किंगपिन यूनुस अंसारी का सहयोगी भी रहा है ।24 मई 2019 को काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट में सात करोड़ 60 लाख 94 हजार की जाली करेंसी के साथ एक महिला सहित तीन नेपाली ,तीन पाकिस्तानी गिरफ्तार हुए थे।

इसके साथअल्ताफ और यूनुस अंसारी भी थे, लेकिन भागने में कामयाब हुए थे । इन स्मगलरो द्वारा पकड़े गए, नकली नोट इतनी हाई क्वालिटी की है, कि कई बार भारतीय एजेंसीज को भी इसे पकड़ना मुश्किल होता है।

इसी अल्ताफ अंसारी के गैंग के दो लोगों को एनआईए ने 17 august 2020 को अरेस्ट किया है। मोहम्मद मुख्तार और बैतुल्लाह दोनों किशनगंज ,बिहार के सुखानी थाना क्षेत्र के निवासी हैं। दोनों को गुलाम मुर्तजा और सरतुज रहमान( जिसे मार्च 2020 सिलीगुड़ी में चार लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया था ) कि निशानदेही पर गिरफ्तार किया गया है। जिसकी press release 17 august 2020 को एनआईए ने जारी की ।

NIA की प्रेस विज्ञप्ति

अल्ताफ, अहमदाबाद.. गुजरात के संजय पटेल और नीलेश शाक्या के साथ मिलकर भारत के कई हिस्सों में नकली सोना सप्लाई का काम कर रहा था ।जाली नोट और नकली सोना के कारोबार में नेपाल स्थित पाकिस्तानी एंबेसी और आईएसआई मदद करती है। 29 जनवरी 2014 को संजय पटेल को 35 किलो गोल्ड के साथ अहमदाबाद में पकड़ा गया था।

पिछले दिनों काठमांडू में नीलेश और अल्ताफ बा छ च /55 11 नेपाली नंबर की स्कॉर्पियो गाड़ी से 15 केजी सोना की डिलीवरी के लिए निकले थे, तभी नीलेश नकली सोने के साथ गिरफ्तार हो गए ।अल्ताफ भागने में कामयाब हुआ। नेपाल में विगत 6 वर्षों में 60 किलो से ज्यादा नकली सोना और 550 से ज्यादा लोग पकड़े जा चुके हैं।

अल्ताफ गैंग की गिरफ्तारी और नकली सोने की जब्ती से यह तो स्पष्ट हो चुका है, कि अब तक बाजार में हजारों किलो नकली सोना आ चुका है ।दाऊद इब्राहिम का यह तो बस एक नेटवर्क पकड़ा गया है ।न जाने ऐसे कितने नेटवर्क सक्रिय हैं, जिनका एनआईए के रडार में आना बाकी है। अब तक जांच एजेंसी ने इसका खुलासा भी नहीं किया है, कि नकली और असली सोने का अंतर क्या है।

और उन लोगों का क्या जो नकली सोने का आभूषण खरीद चुके हैं। जिस तरह 2014 में पहली बार नकली सोना पकड़ा गया था ,उसी तरह 2014 में पहली बार बहुत भारतीयों ने सोना खरीदा था ,जो पिछले 6 साल से नकली ही साबित हुआ है। अब देखना है कि आने वाले वर्षों में जांच एजेंसी कौन सा उपाय ढूंढती है ,जिससे असली नकली का पता चल सके कम से कम 2014 में खरीदा हुआ असली साबित हो सके

आप का सोना कितना असली ?