छातापुर।सुपौल।सोनू कुमार भगत
जदिया थाना अंतर्गत एनएच 327ई पर नंदना के नजदीक राष्ट्रीय युवा महासंघ अध्यक्ष इंजीनियर एल के निराला के अध्यक्षता में मणिपुर हिंसा एवं महिलाओं को निर्वस्त्र कर सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ कैंडल मार्च निकालकर आक्रोश प्रदर्शन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में राष्ट्रीय युवा महासंघ के कार्यकर्ताओं के साथ आदिवासी महिलाओं ने अपने हाथ में कैंडल लेकर मार्च किया एवं मणिपुर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया। हाथ में कैंडल लिए लोगों ने मणिपुर में शांति बहाल के लिए कामना की ।
कैंडल मार्च के दौरान मौन प्रदर्शन किया गया बाद में कैंडल मार्च आक्रोश प्रदर्शन में बदल गया जहां सैकड़ों महिलाओं ने मणिपुर सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा वह हमारी इज्जत अस्मिता लूटे जाने पर भी चुप्पी नहीं तोड़ रहे हैं देश के प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर सख्ती दिखाना चाहिए था लेकिन उनका मणिपुर मामले पर मौन और चुप्पी शक पैदा कर रही है । आखिर मणिपुर में कब शांति बहाल होगा वहां की महिलाएं और जनमानस कब भय के वातावरण से मुक्त होगा अबतक हिंसा की आग शांत होगी अभी कुछ कहा नहीं जा सकता राष्ट्रीय युवा महासंघ अध्यक्ष इंजीनियर एल के निराला ने कैंडल मार्च के दौरान कहा मणिपुर में हिंसा की आग लगभग 3 महीने से सुलग रही है मणिपुर में केवल हिंसा की आग में घर मकान दुकान नहीं जल रहे हैं।
बल्कि मानवता और इंसानियत भी आग के हवाले कर दिया गया है वहां के मुख्यमंत्री बेशर्मी को पारकर बेतुका बयान देते हैं और कहते हैं कि ऐसी घटनाएं यहां रोज हुआ करती है जो अपने आप में शर्मनाक है यदि महिलाओं के साथ हुए अन्याय के खिलाफ सख्त कार्रवाई और आरोपी को फांसी की सजा नहीं होती है तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन कर ऐसे अपराधी और तानाशाही सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन होगा प्रदर्शन को महिला नेत्री बिना देवी संबोधित करते हुए कहा मणिपुर में भाजपा की महिला विरोधी छवि सब के सामने आ चुका है जिस तरह से महिलाओं को नग्न कर सड़क पर जुलूस निकाला गया यह भारत के माथे पर विश्व पटल पर काला कलंक लग गया है इससे भारत की छवि दुनिया में खराब हुई है सत्ता और शासन को राजनीति ना करके इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर पक्ष और विपक्ष को मिलकर सबसे पहले हिंसा की आग और ऐसे अपराधी को सख्त से सजा सख्त सजा दिलवाई जाए सामाजिक कार्यकर्ता कंपू यादव ने कहा यह भाजपा की सरकार दंगे भड़का कर जातीय उन्माद फैलाना चाहती है यह सरकार बार-बार आदिवासी के अस्मिता के साथ दुर्व्यवहार करता है कभी आदिवासी के ऊपर पेशाब किया जाता है।
भाजपा नेता द्वारा और आज पूरे मणिपुर को ही आग के हवाले कर दिया गया इनके हाथों देश असुरक्षित सा महसूस कर रहा है कई आदिवासी महिलाओं ने सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की है और समय आने पर इंसाफ नहीं मिलने पर संवैधानिक लड़ाई का भी चेतावनी दिया और चेतावनी भरे स्वर में कहा आखिर इस देश में पिछड़े आदिवासी जनजाति को टारगेट कर इस तरह की घटना रोजमर्रा हो गया है कैंडल मार्च में मुख्य रूप से राष्ट्रीय युवा महासंघ के प्रकाश कुमार अमित अंबेडकर देवनारायण उरांव शोभा उरांव सुरेश उरांव रणजीत उरांव रामरुप उरांव मदनलाल सुरेश मंडल अच्छेलाल शर्मा पूर्णी देवी अमला देवी लीला देवी ज्योति शांति उज्वल सुमन राजा अजित आदि मौजूद रहे कैंडल मार्च में शामिल आंदोलनकारी बार बार प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो कुछ तो बोलो मुंह खोलो नारे को बार-बार लगा रहे थे।