भारत नेपाल डी आई जी स्तर की बैठक आयोजित,सीमा सुरक्षा,संयुक्त कार्रवाई और आपसी समन्वय मजबूत करने पर बनी सहमति

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फतेहपुर बीओपी पर भारत–नेपाल अधिकारियों की डीआईजी स्तर की बैठक संपन्न

टेढ़ागाछ/किशनगंज/विजय कुमार साह

12वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, किशनगंज (बिहार) की सीमा चौकी फतेहपुर में सोमवार को भारत तथा नेपाल के वरिष्ठ अधिकारियों की डीआईजी स्तर की समन्वय बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस उच्चस्तरीय बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत–नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करना, अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण बढ़ाना तथा दोनों देशों के बीच आपसी समन्वय को मजबूती प्रदान करना था।

बैठक की शुरुआत उप-कमांडेंट श्री स्वप्न रजक द्वारा दोनों देशों से पधारे अधिकारियों के स्वागत एवं अभिनंदन से हुई। इसके बाद क्षेत्रक मुख्यालय रानीडांगा के उप-महानिरीक्षक श्री मंजीत सिंह पड्डा ने संबोधित करते हुए सीमा प्रबंधन में सहयोग, तकनीकी निगरानी और संयुक्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत–नेपाल की खुली सीमा के प्रभावी प्रबंधन के लिए दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के बीच निरंतर संवाद और समन्वय अत्यंत आवश्यक है।

बैठक में भारत की ओर से मंजीत सिंह पड्डा, उप-महानिरीक्षक, क्षेत्रक मुख्यालय रानीडांगा,मितुल कुमार, कमांडेंट, 8वीं वाहिनी खपरैल,योगेश सिंह, कमांडेंट, 41वीं वाहिनी रानीडांगा,बरजीत सिंह, कमांडेंट, 12वीं वाहिनी किशनगंज,गौतम सागर, द्वितीय कमान अधिकारी, क्षेत्रक मुख्यालय रानीडांगा,एम. ब्रोजन सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी, 19वीं वाहिनी ठाकुरगंज,मुकेश कुमार, उप-कमांडेंट, 8वीं वाहिनी खपरैल,पवार धीरज रामकांत, उप-कमांडेंट, 41वीं वाहिनी रानीडांगा,जगजीत बहादुर जेगवार, उप-कमांडेंट, 19वीं वाहिनी ठाकुरगंज,स्वपन राजक, उप-कमांडेंट, 12वीं वाहिनी किशनगंज बलदेव सिंह, सहायक कमांडेंट, 12वीं वाहिनी किशनगंज,

जबकि नेपाल की ओर से डीआईजी नेउपाने, नेपाल एपीएफ,एसपी बहादुर भंडारी,
एसपी राजेश घिमिरे,
डीएसपी दिनेश कुमार श्रेष्ठ,
डीएसपी बिदुर भट्टाराई,
इंस्पेक्टर अशोक नेउपाने


बैठक में सीमा सुरक्षा एवं समन्वय को लेकर कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया—

अवैध गतिविधियों पर संयुक्त कार्रवाई,मानव तस्करी, नशीले पदार्थों की तस्करी, अवैध आवागमन और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण हेतु दोनों देशों ने संयुक्त अभियान चलाने एवं गश्त को मजबूत करने पर सहमति जताई। सूचनाओं के त्वरित आदान–प्रदान को मजबूत करना
संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के बीच सूचना साझेदारी को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया।

अनधिकृत ड्रोन गतिविधियों पर नियंत्रण
सीमा क्षेत्र में ड्रोन के अवैध उपयोग को गंभीर खतरा मानते हुए निगरानी बढ़ाने और तकनीकी नियंत्रण उपायों को लागू करने पर सहमति बनी।


सीमा स्तंभों की मरम्मत


विवादरहित सीमा स्तंभों की नियमित मरम्मत एवं रखरखाव के लिए दोनों देशों ने मिलकर कार्य करने का निर्णय लिया, ताकि सीमा निर्धारण और निगरानी में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।

विशेष गहन पुनरीक्षण पर चर्चा


पश्चिम बंगाल से संबंधित मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया को सुचारू, सुरक्षित और प्रभावी बनाने पर विस्तृत चर्चा हुई।संयुक्त गश्त एवं सहयोग बढ़ाना,दोनों पक्षों ने सीमा सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए साझा गस्त, विशेष ऑपरेशन और परिचालन सहयोग को बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

उप-महानिरीक्षक मंजीत सिंह पड्डा ने कहा कि भारत–नेपाल सीमा बेहद संवेदनशील और सक्रिय क्षेत्र है। सुरक्षा को प्रभावी बनाने के लिए संयुक्त कार्रवाई, तकनीकी निगरानी और सूचनाओं का त्वरित आदान–प्रदान अनिवार्य है। आज की बैठक से दोनों देशों के बीच समन्वय और सहयोग को नई दिशा मिली है। बैठक का समापन सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुआ। दोनों देशों के अधिकारियों ने आशा व्यक्त की कि निरंतर संवाद और संयुक्त प्रयासों के माध्यम से सीमा क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को और अधिक मजबूत बनाया जा सकेगा।

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