संस्कारों की पाठशाला “ज्ञानशाला”समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण:विजयकरण दफ्तरी
किशनगंज/प्रतिनिधि
किशनगंज ज्ञानशाला ने अपना वार्षिक उत्सव बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया। सभागार में मौजूद सैकड़ों अभिभावक, पदाधिकारी और बच्चे इस कार्यक्रम के साक्षी बने।कार्यक्रम की शुरुआत छोटे- छोटे बच्चों ने “नमस्कार महामंत्र” की मनमोहक प्रस्तुति से की।

इसके बाद ज्ञानशाला प्रशिक्षिका एवं महिला मंडल मंत्री कुसुम बैद ने सभी अतिथियों और अभिभावकों का स्वागत किया।बच्चों ने विभिन्न शिक्षाप्रद प्रस्तुतियाँ दीं। इस वर्ष आचार्य श्री भिक्षु की त्रिशती जयंती के उपलक्ष्य में बच्चों ने उनके जीवन के दृष्टांत को नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया, वहीं प्रशिक्षिकाओं ने भिक्षु स्वामी के भजन गाकर सबका मन मोह लिया।

सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विजय करण दफ्तरी, मंत्री कमल दफ्तरी, महिला मंडल अध्यक्ष सोनिया श्रीमाल, तेयुप अध्यक्ष दिलीप सेठिया और टीपीएफ अध्यक्ष विनीत दफ्तरी ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया।

मौके पर अध्यक्ष विजयकरण दफ्तरी ने कहा, “ज्ञानशाला पूज्य गुरुदेव श्री तुलसी जी द्वारा दी गई अनमोल संस्कारशाला है। प्रशिक्षिकाएँ निःस्वार्थ भाव से बच्चों को संस्कार दे रही हैं। हमें अपने दायित्व को समझते हुए अधिक से अधिक बच्चों को ज्ञानशाला भेजना चाहिए।”
इस अवसर पर वर्ष की श्रेष्ठ प्रशिक्षिका ममता बैद, श्रेष्ठ ज्ञानार्थी दर्शन सेठिया तथा अखिल भारतीय स्तर की ज्ञानार्थी सिमरन सुराणा को स्मृति चिह्न देकर पुरस्कृत व सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का संचालन कुशलतापूर्वक ममता बैद ने किया तथा आभार सुमन सुराणा ने व्यक्त किया। अभिभावकों और बच्चों की उपस्थिति सराहनीय रही। उत्सव के अंत में सभी के लिए अल्पाहार की व्यवस्था की गई थी।






























