किशनगंज/प्रतिनिधि
किशनगंज सदर अस्पताल के 102 एम्बुलेंस चालक और आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन पिछले नौ दिनों से हड़ताल पर डटे हुए हैं।
वेतन वृद्धि और बेहतर सुविधाओं की मांग को लेकर चल रहा यह आंदोलन अब मरीजों, खासकर गरीब तबके, के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है।
हड़ताल पर डटे कर्मियों का कहना है कि महंगाई के इस दौर में मात्र आठ हजार दो सौ रुपये मानदेय कंपनी के द्वारा प्रत्येक माह दिया जाता है।
इस मानदेय से परिवार चलाना और बच्चों की पढ़ाई कराना असंभव हो गया है।
इतना ही नहीं,जैन प्लस नामक संविदा कंपनी हड़ताल पर गए एम्बुलेंस कर्मियों को नौकरी से निकालने की धमकी दे रही है।
कर्मियों ने कहा कि हमारी मांगें पूरी नहीं होती है तब तक हड़ताल पर डटे रहेंगे।हड़ताल की वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।






























