राज्य के सभी सरकारी आई. टी. आई. को उन्नत बनाने की योजना को मंत्रीमंडल की मिली मंजूरी”
पटना :सात निश्चय 2 (2020-2025) के अंतर्गत युवा शक्ति बिहार की प्रगति के तहत, संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ने हेतु राज्य के प्रत्येक आई टी आई. को उच्च स्तरीय Centre of Excellence के रूप में स्थापित किया जायेगा। इस हेतु टाटा टेक्नोलॉजी के MoA किया जाना है ।MoA के अनुसार दो चरणों में सभी आई टी आई संस्थानों में मशीनों का क्रय एवं अधिष्ठापन किया जाना है। श्रम संसाधन विभाग द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि योजना कुल 4606.97 करोड़ (GST रहित) तथा रूपये 5436.22 करोड़ (GST सहित) की है, जिसमें 88 प्रतिशत की राशि टाटा टेक्नोलॉजी द्वारा वहन किया जायेगा, शेष 12 प्रतिशत राशि कुल रूपये, 552.84 करोड़ (GST रहित) तथा रुपये 652.35 करोड़ (GST सहित) का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा ।
विभाग द्वारा बताया गया कि प्रथम चरण वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 60 राजकीय आई टी आई के उन्नयन हेतु कुल रूपये 262.69 करोड़ (GST सहित) एवं द्वितीय चरण वर्ष 2022 23 में कुल 89 राजकीय आई टी आई के उन्नयन हेतु कुल रुपये 389.66 करोड़ (GST सहित) राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है ।
इस योजना के तहत बिहार के कुल 60 आई. आई. को इंडस्ट्री 4.0 के लिए प्रशिक्षित मानव बल तैयार करने की योजना बनायी है ।साथ ही एडवांस टेक्नोलॉजी में मशीन लर्निंग, इन्टरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), ग्राफिक डिजाईन, रोबोटिक मेनटेनेन्स, इलेक्ट्रिकल इत्यादि के तकनीकों में मशीने लगाकर इंडस्ट्री के सहयोग से राज्य के 60 आई टी आई को उन्नत बनाया जायेगा।
वही बताया गया कि बिहार के आई टी आई पुरानी तकनीक पर आधारित था और देश में उद्योग के बदलते हुए परिवेश को देखते हुए उनको नए तकनीकों से लैस करना जरूरी है, ताकि बिहार के युवा तकनिकी प्रशिक्षण के बाद सीधे उद्योगों के आवश्यकताओं को पुरा कर सके बिहार सरकार प्रत्येक आई टी आई में 10000 (दस हजार) वर्ग फिट जगह भी उपलब्ध कराया जायेगा।विभाग द्वारा बताया गया प्रत्येक आई.टी.आई. में 36.48 करोड़ की औसतन व्यय से उन्हें सेंटर ऑफ एक्सलेंस (CoE) बनाया जाएगा।
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