जिला कांग्रेस कार्यालय मे मनाई गई पुर्व मुख्य मंत्री भोला पासवान शास्त्री की जयंती

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नवादा /रामजी प्रसाद एवं कुमार विश्वास

जिला कांग्रेस कार्यालय में जिला अध्यक्ष सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह की अध्यक्षता में पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जयंती मनाई गई अपने कार्यकर्ताओं को संबोधन करते हुए श्री सिंह ने कहा
भोला पासवान शास्त्री को बिहार की राजनीति का विदेह कहा जाता है। भोला पासवान शास्त्री सदा जीवन और उच्च विचार के व्यक्तित्व के थे और हमेशा सादगी से जीते रहे।

उन्होंने कभी भी निजी तौर पर धन नहीं बनाया और इसी कारण से बिहार की राजनीति के वे विदेह कहे गए। भोला पासवान शास्त्री का जन्म 21 सितंबर 1914 को पूर्णिया जिले के बैरगाछी गांव में एक साधारण दलित परिवार में हुआ। दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से शास्त्री की डिग्री लेने के कारण उनके नाम के साथ ‘शास्त्री’ लगा था। भोला पासवान शास्त्री, जवाहरलाल नेहरू के निकटतम नेता थे और बाबा साहब अम्बेडकर के नेहरू जी से मतान्तर होने के बाजजूद नेहरू जी के साथ रहे। बिहार में भोला पासवान शास्त्री आठवें सीएम थे।






कार्यकारी अध्यक्ष बंगाली पासवान ने कहा
इंदिरा गाँधी ने इन्हें तीन दफा बिहार का मुख्यमंत्री और एक या दो बार केंद्र में मंत्री बनाया। मगर इनकी ईमानदारी ऐसी थी कि मरे तो खाते में इतने पैसे नहीं थे कि ठीक से श्राद्ध कर्म हो सके। बिरंची पासवान जो शास्त्री जी के भतीजे हैं, उन्होंने ही शास्त्री जी को मुखाग्नि दी थी। शास्त्री जी को अपनी कोई संतान नहीं थी।

विवाहित जरूर थे मगर पत्नी से अलग हो गये थे। पूर्णिया के तत्कालीन जिलाधीश ने इनका श्राद्ध कर्म करवाया था। गांव के सभी लोगों को गाड़ी से पूर्णिया ले जाया गया था। चुंकि मुखाग्नि उन्होंने दी थी सो श्राद्ध भी उनके ही हाथों सम्पन्न हुआ। इसका जरा में उपस्थित रहे वरिष्ठ कांग्रेसी श्याम सुंदर प्रसाद कुशवाहा, रजनीकांत दीक्षित, अक्षय कुमार और गोरेलाल सिंह ,अंजनी कुमार पप्पू ,अरुण कुमार मनीष कुमार , राजू यादव ,मुकेश कुमार ,नवीन पासवान, जागेश्वर पासवान, रामआशीष कुमार, सेवादल जिला अध्यक्ष अजमत खान ,अब्दुल्लाह आजम, नीरज कुमार आदि लोग उपस्थित रहे






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