किशनगंज : टेढ़ागाछ में कनकई नदी का कहर जारी ,अपना ही आशियाना अपने हाथो उजाड़ने पर मजबूर है ग्रामीण

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

किशनगंज/विजय कुमार साह

टेढ़ागाछ प्रखंड में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से कनकई व रेतुआ नदी उफान पर है। तटीय इलाकों के ग्रामीण रेतुआ व कनकई नदी के कहर से परेशान हैं। बताते चलें कि कनकई नदी एक बार फिर अपनी धारा बदलने को बेताब है। टेढ़ागाछ प्रखंड के वेलागुड़ी और डुमरिया के समीप नदी की धारा बदलने का ट्रेंड देखा जा रहा है। अगर ऐसा हुआ तो नदी सीधे डुमरिया, गर्राटोली, सुंदरबाड़ी, मटियारी हाट, कुर्राटोली, मालीटोला, बाभनटोली, सिरनिया निरनियां, बलुआडांगी, बांसवाड़ी आदि दर्जनों गांवों पर प्रहार करेगी।






इससे भारी नुकसान की संभावना का अंदेशा इस क्षेत्र के लोगों को सता रहा है। नदी की धारा बदलने का ट्रेंड की सूचना पर जल निस्सरण विभाग के लोग भी हरकत में आए हैं। इससे पूर्व भी 2020 में कनकई नदी ने पत्थरघट्टी में छोटी धारा में मिलकर अपनी धारा बदल ली थी। कनकई नदी पुनः एक बार वेलागुड़ी के पास धारा बदल रही है। वहीं रेतुआ नदी के कटाव के कहर से फुलवरिया, आशा, धप्पड़टोला टोला, दर्जनटोला, हाथीलद्दा, हवाकोल गांव का मध्य विद्यालय, आंगनबाड़ी से लेकर चिल्हनिया, सुहिया, कोठीटोला देवरी गांव कटाव के जद में है। कटाव को लेकर इस संबंध में शनिवार को जिला पदाधिकारी को सामूहिक आवेदन देकर हवाकोल के ग्रामीणों ने मध्य विद्यालय हवाकोल को बचाने की गुहार लगाई है।वहीं उपसमाहर्ता के तरफ से विद्यालय को बचाने की ग्रामीणों को भरोसा दिया गया है।






आज की अन्य खबरें पढ़ें :






किशनगंज : टेढ़ागाछ में कनकई नदी का कहर जारी ,अपना ही आशियाना अपने हाथो उजाड़ने पर मजबूर है ग्रामीण