किशनगंज/ गलगलिया/चंदन मंडल
न दिख सकने वाला कोरोना वायरस ने सारी दुनिया को न जाने क्या क्या दिखा दिया है। आज हर कोई उसके असर से वाकिफ है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में बीते दो महीने से भी अधिक समय से लगातार जारी लॉकडाउन आम लोगों व विशेषकर मध्यवर्गीय लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। अब जब लॉक डाउन खत्म हो गया है और धीरे धीरे जिंदगी सामान्य हो रही है। फिर भी गरीब व असहाय लोगों को खाधान्न समस्या , कपड़े आदि की समस्या हो ही रही है।
ऐसे में शुक्रिया है देवीगंज प्राइमरी स्कूल के शिक्षक बिश्वम्बर प्रसाद , बप्पा बिश्वास , कैलाश साह और सौरव मंडल को जिन्होंने एक नेकी की दुकान शुरु की है। यह नेकी की दुकान गलगलिया से सटे खोरीबाड़ी प्रखंड अंतगर्त बतासी बाजार से एक सौ मीटर अंदर बंधन बैंक के समीप है। विश्वम्बर प्रसाद और उनके साथियों का मकसद जरूरतमंदों को कपड़े देना है। इस दुकान की शुरुआत 15 अगस्त 2019 को हुई ।
एक कहावत है नेकी कर , दरिया में डाल। बस इसी तर्ज पर गलगलिया से सटे खोरीबाड़ी अंतगर्त देवीगंज के शिक्षक विश्वम्बर प्रसाद व उनके साथियों का उद्देश्य उन गरीबों को वस्त्र पहुंचाना है, जिसकी उन्हें आवश्यकता है। इस दुकान में बागडोगरा, शिवमंदिर , नकसक्लबड़ी व विभिन्न जगहों से दान किए गए कपड़ों को एकत्र किया जाता है। बाद में गरीब व जरूरतमंद लोग यहां आकर अपनी पसंद के कपड़े ले जा सकते हैं।
विश्वम्बर प्रसाद ने बताया पहले इस नेकी की दुकान को उन्होंने अकेले ही शुरु की थी , परंतु अब तक तीन लोग बप्पा बिश्वास , कैलाश साह और सौरव मंडल भी इसमें अपना योगदान दे रहे हैं । उन्होंने बताया 15 अगस्त 2019 को बिना मूल्य वस्त्र बाजार खोलने के बाद क्षेत्रों के काफी संख्या में जरूरतमंद लोगों के बीच वितरण किया गया , लेकिन कोरोना का कहर और लॉकडाउन को देखते हुए करीब पांच महीने पहले बिना मूल्य वस्त्र बाजार को बंद किया गया । स्तिथि को देखते हुए अब फिर से बिना मूल्य वस्त्र बाजार को खोलने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए बिना मूल्य वस्त्र बाजार प्रत्येक रविवार को सुबह दस बजे से शाम तीन बजे तक खोला जाता है।