किशनगंज /प्रतिनिधि
ध्यान फाउंडेशन के द्वारा मंगलवार को प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर कहा गया कि ध्यान फाउंडेशन की किशनगंज गौशाला 2019 से बी॰एस॰एफ एवं पुलिस द्वारा बचाए गए गौवंश के पुनर्वास कार्य में निष्ठ है और दो एकड़ जमीन किशनगंज गोशाला कमेटी के द्वारा उन्हें प्रदान की गई है ।ध्यान फाउंडेशन के वॉलेंटियर गौरव कुमार यादव ने कहा कि गौशाला कमिटी के चेयरमैन को शुरू दिन से ध्यान फाउंडेशन का सेवा कार्य खटक रहा है और वे नित नए प्रयोजन से गौशाला एवं उसके कर्मचारियों के लिए समस्याएँ खड़ी करते हैं ।
गौरतलब हो कि मंगलवार को कई संगठनों के द्वारा ध्यान फाउंडेशन के खिलाफ प्रदर्शन किया गया है ।गौरव कुमार ने कहा कि ध्यान फाउंडेशन देश भर में 45 से अधिक गौशालाओं के माध्यम से 70000 गौवंश का पालन पोषण कर रही है ।वही जब गौरव कुमार से पूछा गया कि आज तक कितने मवेशी आप को मिले ,कितने की मौत हुई है और क्या उनका पोस्टमार्टम करवाया गया तो इस सवाल पर वो चुप्पी साध गए ।
वही उन्होंने ध्यान फाउंडेशन द्वारा संचालित गौशाला की खराब स्थिति के लिए भूतनाथ गौशाला कमेटी को जिम्मेदार ठहराया ।पूरे मामले पर भूतनाथ गौशाला कमेटी के सचिव त्रिलोकचंद जैन से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि ध्यान फाउंडेशन को 2019 में जमीन लिज पर दिया गया था और 2020 में लिज रद्द कर दिया गया लेकिन ये लोग जमीन खाली नहीं कर रहे है ।उन्होंने और भी कई गंभीर आरोप ध्यान फाउंडेशन के ऊपर लगाए है और प्रशासन से जमीन खाली करवाने की मांग की है।