आदिवासी समुदाय के द्वारा उत्साह कार्यक्रम का किया गया आयोजन

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किशनगंज /पोठिया/निशांत

सोमवार को पोठिया प्रखण्ड के भोटाथाना पंचायत स्थित इलवाबारी फुटबॉल मैदान में ऑल इंडिया मांझी परगाना मांडवा के बैनर तले एक कार्यक्रम आयोजित की गई।जिसमें प्रखण्ड के भोटाथाना,आमबारी,गनियाबारी सहित अन्य संथाल गांवों से आदिवासी समुदाय के लोग पहुंचे थे।उत्साह कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत परगना आतु मांझी बाबा चुरका मरांडी ने की।उत्साह कार्यक्रम के दौरान टमाक,मांदर,बानाम,ओर बांसुरी आदि बजाकर सांस्कृतिक नाच गान के साथ खुशी मनाई गई।

कार्यक्रम का संचालन व स्वागत भाषण जिला महासचिव सोम किस्कू ने किया।कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि के रूप में संस्था के बिहार प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ टुडू ने दिशोम सोहराय पर्व से पूर्व आयोजित उत्साह कार्यक्रम में आए आदिवासी समुदाय के लोगों का आभार प्रकट करते हुए दिशोम पर्व को शांति व सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने की अपील करते हुए पर्व की बधाई दी।दिशोम सोहराय पर्व की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रकृति पूजक आदिवासी समुदाय के लोगों के लिए यह पर्व आस्था की सबसे बड़ी पर्व है।

दिशोम सोहराय पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है।यह प्रकृति एवं पशु-पक्षियों के प्रति श्रद्धा एवं देवी-देवताओं के प्रति विश्वास का पर्व है।सोहराय पर्व फसल काटने के बाद पूस माह में 9 जनवरी से 14 जनवरी तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।इस अवसर पर प्रत्येक संथाल परिवार अपने संबंधियों को आमंत्रित करतें है।खास करके यह पर्व भाई बहन के पवित्र रिश्ता को भी समेटता है।

छह दिन तक चलने वाले इस पर्व में संथाल लोग न केवल अपने देवी देवताओं एवं इष्ट देव की पूजा करते हैं।अपितु गाय,भैंस,बैल की भी पूजा करते हैं।6 दिन तक चलने वाली इस पर्व का प्रत्येक दिन का अपना अलग-अलग महत्व और नाम भी होता है।

इस पर्व के आखरी दिन आदिवासी समुदाय के लोग सभी प्रकार की नियम निष्ठा को मनाते हुए एक जगह सभी पुरुष-महिलाएं एकत्रित होकर सांस्कृतिक नाच-गान करते हैं और सोहराय पर्व का उत्साह के साथ समापन करते हैं।वहीं इस उत्साह कार्यक्रम के मौके पर मुख्य रूप से संस्था के जिला अध्यक्ष राजा मरांडी, जवाहर हेम्ब्रम,ठाकुर सोरेन,सावना मुर्मू ,सरकार मुर्मू,धर्मवीर हांसदा,लखीराम मरांडी,बुधू किस्कू,सहित दर्जनों आदिवासी महिला व पुरुष मौजूद रहें।

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