नल जल योजना के तहत पंप संचालकों को विगत दो वर्ष से मानदेय नहीं मिलने से विभाग के खिलाफ आक्रोश

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टेढ़ागाछ/किशनगंज /प्रतिनिधि

टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत डाकपोखर पंचायत स्थित बेणुगढ़ में सोमवार को नल जल योजना के तहत कार्यरत पंप संचालकों ने एक जुट होकर विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया है।ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री हर घर नल जल योजना के तहत गांव-गांव में लगाए गए वाटरपंप की देखरेख और संचालन की जिम्मेदारी पम्प संचालकों को दी गयी है,लेकिन पम्प संचालकों को उनकी मानदेय नहीं मिल रही है फिर भी विभागीय अधिकारी मौन हैं।

टेढ़ागाछ प्रखंड के कई पंचायतों के पंप संचालकों को महीनों से मानदेय नहीं मिला रहा है। जिसके कारण पंप संचालकों में असंतोष व्याप्त है। पम्प संचालकों द्वारा लोगों को पेयजल की आपूर्ति तो होने लगी, लेकिन कहीं 12 माह से तो कहीं 2 वर्ष से संचालको को मानदेय का इंतजार है। पंप संचालक भुखमरी के कगार पर है। यहां तक कि टावर लगे बोर्ड में पंप संचालकों का नाम भी उल्लेखित नहीं है ना ही उन्हें कोई प्रमाण पत्र दिया गया है।

इस बीच सरकार ने वार्ड सदस्य को पंप का अनुरक्षक बनाने का निर्णय लिया है।मुख्यमंत्री हर घर नल जल योजना के नाम पर वाटर पंप टावर लगाने के लिए भू- दाताओं ने अपनी जमीन दान दे दी। विभागीय अधिकारी एवं संवेदक ने भूदाता को आश्वस्त किया था कि उन्हें पंप संचालक के रूप में रखा जाएगा तथा नियमित मानदेय भुगतान भी होगा। भूदाता और उसके परिवार के लोग संचालक की भूमिका में तो आ गए, लेकिन उन्हें मानदेय का भुगतान नहीं हो रहा है।

अपनी कीमती जमीन सरकारी योजना में देकर लोग अब निराश हो रहे हैं। मौके पर मनोज कुमार सिंह, रमन कुमार साह,महेंद्र प्रसाद सिंह, नौशाद आलम,महेश्वर दास,चमन लाल साह,रिजवान दानिश, सादिक आलम, रतन कुमार सिंह,अख्तर लाल सिंह,फैजी आलम, मनोज कुमार यादव, सरफराज आलम, कृष्ण प्रसाद सिंह,नरेश प्रसाद सिंह, सत्यनारायण सिंह सहित दर्जनों पंप संचालकों ने विभाग के खिलाफ आक्रोश व्याप्त किया।पम्प संचालकों ने बताया अगर उन्हें बकाया मानदेय भुगतान नहीं किया गया तो वे सड़क पर उतरेंगे और सरकार के खिलाफ अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन करेंगे।

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