अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ कारवाई की मांग
विशेषज्ञ चिकित्सकों के बिना ही किया जा रहा है पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन
किशनगंज / टेढ़ागाछ /विजय कुमार साह
पीएचसी अस्पताल के आसपास आधा दर्जन अवैध अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, पैथोलॉजी व अवैध नर्सिंग होम बेरोकटोक चल रहा है। सांसद प्रतिनिधि हसनैन रजा ने कहा कि अब चर्चा आम हो गया है कि सीएस के बदलने के बाद अवैध नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे व अवैध पैथोलाजी को बंद करने का फरमान जारी होता है और समय के साथ ही उस आदेश को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। कहीं न कहीं जिला से लेकर स्थानीय प्रशासन की मौन स्वीकृति इन अवैध कारोबारी से मिली हुई है। सबसे हैरत की बात यह है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेढ़ागाछ में इलाज कराने पहुंचे मरीजों को दलालों के माध्यम से अवैध नर्सिंग होम, जांच के लिए पैथोलाजी, एक्सरे व अल्ट्रासाउंड सेंटर बहला फुसलाकर ले जाया जाता है और मरीजों से मोटी रकम वसूल कर फर्जी जांच रिपोर्ट दिया जाता है।
जिससे मरीजों के जान का खतरा बना रहता है। किसी भी अल्ट्रासाउंड, पैथोलाजी व अवैध निजी नर्सिंग होम में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। किसी संस्थानों में कुछ दिन रहकर कुछ सीख लिया और टेढ़ागाछ में आ जाते हैं अपने को बहुत बड़े चिकित्सक बन जाते हैं और अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं।उन्होंने कहा की इन संचालकों के के पास कोई डिग्री नही है और न ही जिला स्वास्थ्य विभाग से पंजीकरण कराया है ।
साथ ही अपने अपने संस्थाओं के सामने लगे बोर्ड में बड़ी बड़ी डिग्रियां लिखा रहता है। बीते एक माह पूर्व भी सीएस के द्वारा टीम गठित कर आदेश जारी किया गया था कि टीम अपने अपने क्षेत्र में जाकर अवैध नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी व एक्सरे की जांच कर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें जिसमे स्थानीय प्रशासन से भी सहयोग लेने के लिए कहा गया था ।
लेकिन एक माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होता देख लोगों के मन में संशय होने लगा है कि सीएस का आदेश कहीं फिर तो ठंडे बस्ते में नही डाल दिया गया। भाजपा प्रखंड अध्यक्ष रवि कुमार दास ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के कुछेक कर्मी की मिलीभगत से स्वास्थ्य विभाग में चल रहे अवैध धंधा फलफूल रहा है। गरीब मरीजों का खून चूसा जा रहा है।
साथ ही जांच व दवाई में भी कमीशन बंधा हुआ है। अगर सीएस के द्वारा एक सप्ताह के अंदर अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, पैथोलाजी एक्सरे आदि को बंद नहीं करवाया गया तो हमलोग जिलाधिकारी से मिलकर इस समस्या का समाधान की मांग करेंगे।