दिल्ली :पारिवारिक पार्टियां लोकतंत्र में आस्था रखने वालो के लिए चिंता का विषय -पीएम मोदी

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देश /डेस्क

संविधान दिवस के मौके पर संसद भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 26/11 हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की ।साथ ही उन्होंने संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, महात्मा गांधी ,डॉ राजेंद्र प्रसाद सहित अन्य महापुरुषों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया । गौरतलब हो कि कांग्रेस सहित अन्य 14 विपक्षी पार्टियों ने आज के कार्यक्रम का बहिष्कार किया है जिस पर पीएम मोदी ने जमकर निशाना साधा ।सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पारिवारिक पार्टियों को लोकतंत्र के लिए घातक बताया ।इस मौके पर उन्होंने कहा महात्मा गांधी ने आजादी के आंदोलन में आधिकारों को लिए लड़ते हुए भी, कर्तव्यों के लिए तैयार करने की कोशिश की थी।अच्छा होता अगर देश के आजाद होने के बाद कर्तव्य पर बल दिया गया होता। 






पीएम मोदी ने कहा महात्मा गांधी जी ने जो कर्तव्य के बीज बोए थे, आजादी के बाद वो वट वृक्ष बन जाने चाहिए थे।लेकिन दुर्भाग्य से शासन व्यवस्था ऐसी बनी कि उसने अधिकार, अधिकार की बाते करके लोगों को एक अवस्था में रखा कि ‘हम हैं तो आपके अधिकार पूरे होंगे’।पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान की भावना को भी चोट पहुंची है, संविधान की एक-एक धारा को भी चोट पहुंची है, जब राजनीतिक दल अपने आप में अपना लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो देते हैं।जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं।पीएम मोदी ने कहा भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां।

पीएम मोदी ने कहा कि पारिवारिक पार्टियों का मतलब ये नहीं है कि एक परिवार से ज्यादा लोग राजनीति में न आएं। पारिवारिक पार्टियों का मतलब है कि पार्टी की कमान पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही परिवार के लोगों के हाथ में रहने से है। वहीं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लालू यादव का नाम लिए बिना ही निशाना साधते हुए कहा की जिनको भ्रष्टाचार के मामले में सजा मिल गई है उनका महिमामंडन क्यों किया जाता है ।पीएम मोदी ने कहा न्यायपालिका ने यदि किसी को भ्रष्टाचारी घोषित कर दिया है उनका महिमा मंडन क्यों ?इससे युवाओं में गलत संदेश जाता है। पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये कार्यक्रम किसी सरकार ने नहीं, किसी प्रधानमंत्री ने आयोजित नहीं किया था।

ये कार्यक्रम लोकसभा के स्पीकर ने आयोजित किया जो सदन के गौरव होते हैं।उन्होंने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर की 125वीं जयंती थी. हम सबको लगा इससे बड़ा पवित्र अवसर क्या हो सकता है कि बाबासाहेब आंबेडकर ने इस देश को जो नजराना दिया है, उसको हम हमेशा एक स्मृति ग्रंथ के रूप में याद करते हैं।ये दिन इस सदन को प्रणाम करने का है ।कार्यक्रम में  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सहित तमाम नेता एवं मंत्री मौजूद रहे ।






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फोटो :साभार संसद टीवी

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