कटिहार/रितेश रंजन
खरगोश पालन करके आत्मनिर्भर बने कटिहार के हसनगंज प्रखंड के किसान धनराज केवट,एक जोड़ी खरगोश से पालन शुरू करने वाले केवट के पास अभी है दर्ज़नो जोड़िया खरगोश,बाजार में मिल रही अच्छी कीमत ,मुनाफे से किसान भी है खुश
कटिहार के हसनगंज प्रखंड के धनराज केवट ने शौक से एक जोड़ी खरगोश खरीद कर उसकी देखभाल कर उसे पाला था ।लेकिन बाद में इसी एक जोड़ी खरगोश से दर्ज़नो जोड़ी खरगोश के मालिक बन चुके है ।जिसके बाद धनराज केवट अब इसे व्यवसाय का रूप देकर अच्छी कमाई कर आत्मनिर्भर बन गए है,
धनराज ने बताया कि 2019 से खरगोश पालन कर रहे है उन्होंने बताया कि कटिहार से उन्होंने बाजार से एक जोड़ी खरगोश खरीदा था बाद में इस एक जोड़ी से इनकी संख्या बढ़ती गयी और मार्केट में खरगोश पालने का शौक रखने वाले इन्हें बेहतर कीमत देकर अब खरीद कर ले जाते है ।

उन्होंने बताया कि अब दूसरे लोग भी उनके पास खरगोश पालन के गुर सीखने आते है । धनराज ने बताया कि हरी घास ,घर की रोटी और बची हुई सब्जी ,चावल और चने इन खरगोशो का भोजन है साथ ही बताया कि साल में मादा खरगोश छह बच्चों को जन्म देती है ,धनराज इन खरगोशो को लकड़ी के पिंजरे में बड़े ही साफ सफाई से रखते है ,इलाके में इनकी पहचान एक बेहतर किसान और खरगोश पालक के रूप में हो रही है और लोग बाग भी बेहतर कीमत देकर इनसे खरगोश की खरीदारी कर रहे है ।