कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
जिले के रामपुर प्रखंड के अकोढी गांव में बड़े ही गर्मजोशी के साथ हुईं किसान संघर्ष मोर्चा की बैठक। जिसमे अकोढ़ी, बसिनी, करिगाई, पसाई, मईदाड़ , ठकुरहट सहित एक दर्जन से अधिक गांव के करीब पांच सौ से अधिक किसान उपस्थित थे। इस बैठक में किसानों को एक्सप्रेसवे में जा रहे भूमि को उचित मुआवाज़ा व एक्सप्रेसवे के किनारे सर्विस रोड बनाने सहित बिभिन्न मांगो को लेकर सरकार रणनीति तैयार की गई। जिसमे प्रखंड क्षेत्र के लगभग सैकड़ो किसानों इस बैठक में भाग लिया। किसानों का कहना है कि कैमुर जिले के विभिन्न अंचलों से होते हुए वाराणसी से कोलकाता के एक्सप्रेस वे बनाया जा रहा है।
इस दौरान विमलेश पाण्डेय ने कहा कि कैमुर में एक्सप्रेस वे पथ का बनवाया जाना है। जिसका करवाई जारी है। लेकिन विभाग क्या कर रही है। हम किसानो को कोई जानकारी नही मिल रही है। विभागीय सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि जो भूमि किसान से अधिग्रहण कर रही है उसका उचित मूल्य नही मिल रहा है। इस स्थिति में अधिकाश किसान भूमिहीन की स्थिति में आ जायेंगे।
ऐसे में किसान भूमिहीन तो होंगे कि दाने दाने के लिए मोहताज हो जाएंगे। इस लिए हम लोग सरकार से उचित मुआवजा के लिए संगठित होकर संघर्ष करेगे। संघर्ष हमलोग तब तक करेगे जब तक हम सभी किसानों को उचित मुआवजा व 20 वर्षों तक बोनस मिल नही जाता है। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया। जिसमे सर्व सम्मति से पदाधिकारी बनाये गए और पद के अनुसार जिमेवारी दी गयी। इस बैठक में किसानों के प्रखंड अध्यक्षा राजनाथ सिंह, सचिव अनिल सिंह , प्रवक्ता पिंटू सिंह, छोटन राम, विमलेश पाण्डेय, अभय सिंह, संजय सिंह, अखिलेश तिवारी, शत्रुघ्न सिंह, तिलेश्वर दुबे, दानी दुबे, सुनील तिवारी, राजू राय, धनंजय तिवारी, कुल 17 सदस्य बनाये गए। इस मौके पर प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव से करीब पांच सौ से अधिक काइसन उपस्थित थे।