किशनगंज /प्रतिनिधि
ज़िले की विभिन्न समस्याओं को लेकर जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने जिला पदाधिकारी किशनगंज से उनके कार्यालय में भेंट कर चर्चा की। किशनगंज प्रखंड अंतर्गत पिछला पंचायत के बरारो कब्रिस्तान का चहारदिवारी का निर्माण कार्य लगभग दो सालों से रुका हुआ है। पिछला पंचायत के बरारो थाना नंबर -80 ,खाता नंबर 62,खेसरा नंबर 197 रकबा 8.70 एकड़ रूई सैरात महाल की जमीन पर 4.70 एकड़ में बरारो कब्रिस्तान,1.30 एकड़ होकर प्रधानमंत्री सड़क एवं शेष भूमि पर 116 महादलित एवं अंसारी परिवार का घर है।4.70 एकड़ कब्रिस्तान पर पिछले लगभग सौ सालों से मुस्लिम समुदाय के लोग इसमें लाश दफन करते आ रहे हैं।
उक्त कब्रिस्तान को लेकर 1981,2007,2013 एवं 2017 में भी विवाद उत्पन्न हुआ था। इस संबंध में कई बार दोनों पक्षों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष समझौता भी हुआ। उक्त सैरात महाल जमीन को परता घोषित करने हेतु जिला पदाधिकारी किशनगंज द्वारा आयुक्त पूर्णियां को प्रस्ताव भेजा गया था। परन्तु त्रुटि निराकरण हेतु उक्त फाईल को वापस कर दिया गया है।इस संबंध में जिला पदाधिकारी किशनगंज ने एडीएम किशनगंज से बात कर त्वरित कार्रवाई करने को कहा है।
साथ ही शबे बारात से पहले कब्रिस्तान की सफाई हेतु प्रशासनिक स्तर पर पहल की जायेगी। साथ ही मस्तान चौक -बरबरबट्टा सड़क के मौधो हाट पुल निर्माण का काम पिछले लगभग 18 महीने से भूअर्जन में मुआवजे के विवाद के कारण रूका है। उक्त पुल निर्माण का कार्य बिहार राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है।इस संबंध में जिला पदाधिकारी ने जिला भू अर्जन पदाधिकारी किशनगंज राशिद आलम को भू अर्जन की प्रक्रिया में तेज़ी लाने का निर्देश दिया है।
 
				 
								 
															 
															 
															 
															 
				 
															

























