धर्म :घरों में सादगी के साथ हुई मां विपतारिणी की पूजा

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

किशनगंज /संवादाता

शहर के अलग अलग मोहल्ले में लोगों ने रविवार की शाम मां विपतारिणी की पूजा की। यह पूजा विशेष रूप से बंगाली समुदाय के लोगों के द्वारा की जाती है।पुराना खगड़ा के पास अधिवक्ता रंजन चक्रवर्ती के घर मां विपतारिणी की पूजा अर्चना की गई। कोविड19 के संक्रमण से बचाव को लेकर पूजा सादगी के साथ मनायी गई। इसके साथ ही डुमरिया, लाइन मोहल्ला, सुभाष पल्ली, नेपालगढ़ कॉलोनी आदि स्थानों में घरों में माता की पूजा अर्चना की गई।वही दुर्गा मंदिर व काली मंदिरों में भी माता की पूजा की गई।






कोविड 19 से बचाव को लेकर रुईधासा काली मंदिर, बूढ़ी काली मंदिर, डुमरिया काली मंदिर सहित अन्य मंदिरों में किसी को भी मंदिर के अंदर प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा था। मंदिरों में केवल पुरोहित ही माता की पूजा अर्चना कर रहे थे। वही माता के भक्त बाहर से ही दर्शन कर रहे थे।पुरोहित प्रणव चक्रवर्ती, मलय मुखर्जी, परितोष मुखर्जी ने कहा कि किशनगंज ज़िला, राज्य व देश कोरोना मुक्त बनें ऐसी प्रार्थना माता से की गई है।अधिवक्ता रंजन चक्रवर्ती ने बताया कि इस पूजा का काफी बड़ा महत्व होता है।इस दिन महिलाएं सुबह से ही उपवास करती है।पूजा के बाद ही उपवास तोड़ा जाता है।जिसमे 13 तरह के मिष्ठान, फल, फूल समर्पित कर माता की पूजा की गई।इस दौरान महिलाएं मास्क पहनी हुई थी।पूजा के बाद महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाने कर सुहागिन रहने की कामना करती है।पूजा को लेकर महिलाएं सुबह से ही उत्साहित तो थी ही साथ महिलाओं के पति व घर के अन्य सदस्य भी पूजा में सहयोग कर रहे थे।सच्चे मन सर माता की पूजा आराधना करने से मांगी गई मनोकामना पूर्ण होती है।






आज की अन्य खबरें पढ़े :




धर्म :घरों में सादगी के साथ हुई मां विपतारिणी की पूजा