पूर्णिया /संवाददाता
पूर्णिया पुलिस के हाथ एक बड़ी उपलब्धि हाथ लगी है। सहायक खजांची थाना क्षेत्र के रामजानकी ठाकुरबाड़ी से मार्च महीने में हुए तीन अष्टधातु की मूर्ति चोरी का उद्धभेदन पुलिस नेकिया है। वहीं पुलिस ने 10 लोगो को गिरफ्तार किया है । जबकि घटना का मास्टरमाइंड सोनू सम्राट फरार हो गया है।

पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने बताया कि 12 मार्च को प्राचीन अष्टधातु की मूर्ति चोरी हुई थी। घटना के बाद लगातार पुलिस संदिग्ध पर नजर रखी हुई थी। इसी बीच लॉक डाउन हो जाने से मूर्ति चोर मूर्ति को बॉर्डर पार नहीं करा पाए। इसी बीच पुलिस लगातार वैज्ञानिक अनुसंधान कर रही थी। इसी बीच ठाकुरबारी के समीप ही शंकर चौक के विकास विकास सिंह और नेताजी चौक के सुजय दास के बारे में पता चला। उसके बाद मरंगा थाना क्षेत्र के वार्ड 8 के राजकुमार उर्फ राजा, अनुनय कुमार, सन्नी कुमार के बारे में पता चला। पुलिस ने सभी से पूछताछ की तो चोरी हुई मूर्ति के बारे में पता चला।

इन लोगो ने मरंगा थाना क्षेत्र के सोनू सम्राट उर्फ सोनू यादव के कहने पर चोरी की थी। लॉक डाउन के वजह से ये सभी मूर्ति नहीं बेच पाए इसलिए तीन अलग अलग स्थानो पर मूर्ति को छुपा दिया। पकड़े सभी अपराधी की निशानदेही पर कटिहार के गेड़ाबाड़ी से माता जानकी की मूर्ति को बरामद किया गया, यहाँ से बमबम कुमार ठाकुर को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद अररिया जिले के रानीगंज से लक्षण जी की मूर्ति बरामद हुई, यहाँ से अजय यादव एवं राकेश यादव को गिरफ्तार किया गया।
अररिया के फारबिसगंज से ही राकेश कुमार यादव को गिरफ्तार किया गया। इसके पास से भगवान राम की मूर्ति बरामद हुई है। इनलोगो ने चोरी के लिए ऑल्टो कार का इस्तेमाल किया था, पुलिस ने उस कार को भी बरामद कर लिया है। वही कांड का मास्टरमाइंड सोनू यादव उर्फ सोनू सम्राट की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी की जा रही है