किशनगंज /दिघलबैंक
जिले के दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय टप्पू हाट क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी श्रमिको द्वारा जागरूकता का एक अनोखा पहल देखने को मिला। जब क्वारंटाइन सेंटर से सर्टिफिकेट देते हुए युवाओं की एक टोली को होम क्वारंटाइन के लिए छोड़ा जा रहा था।
जयपुर से आये एक दर्जन युवाओं को जिस कमरें में क्वारंटाइन किया गया था। प्रशासन द्वारा उन्हें विदा करने से पहले सबो ने मिलकर अपने कमरें,बरामदे एवं परिसर की अच्छी तरह से सफाई कर डाला। जयपुर में रहकर सिलाई का काम कर रहें देवानंद सिंह एवं उनके दोस्त निर्मल सिंह,भगीरथ आदि के जागरूकता का परिचय देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जयपुर से हजारों किमी भाड़े की बस से अपने गृह प्रखंड पहुँचे पर अपने घर के समीप आने के बाद भी सबों ने सरकार के बताए गए नियमों का पालन करते हुए स्थानीय प्रशासन को सूचना देते हुए क्वारंटाइन सेंटर में रुका।

ताकि कोरोना का संक्रमण घर आसपड़ोस एवं गावों में ना फैले। पांच दिनों तक रुकने के बाद जिस शहर जयपुर से वे लोग आए हुए थे श्रेणी बी में आने से पांच दिनों तक ठहरने के बाद होम क्वारंटाइन के लिए विदा किया गया।
इसलिए उनकी जिम्मेदारी बनती है कि उन लोगों को जाने के बाद जो भी लोग
यहां ठहराया जाय तो कमरें साफ सुथरा मिले। बतातें चलें कि पिछले पांच दिनों में इन युवाओं की टोली ने शोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए पहले दिन से ही अपने कमरें की सफाई के साथ क्वारंटाइन सेंटर परिसर की सफाई, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने के लिए योगाभ्यास ओर तनाव मुक्त रहने के मनोरंजन,सोशल मीडिया आदि का सदुपयोग की जानकारी क्वारंटाइन सेंटर में रुकें हुए अन्य मजदूरों को दे रहें थे। जिसकी तारिक स्थानीय प्रशासन एवं क्वारंटाइन सेंटर के कर्मी कर चुकें है।