किशनगंज /चंदन मंडल
भारत नेपाल सीमा से सटे गलगलिया में सुबह से बूथों पर मतदाताओं की लाइनें लगी रहीं। महिला , पुरुषों , बुजुर्गों और युवाओं ने उत्साह के साथ मतदान किया। 12 से तीन बजे तक सबसे कम मतदान हुआ। सभी बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध नजर आए। कोरोना से बचाव के लिए तय नियमों का पालन सख्ती से कराया गया।
सभी बूथों के बाहर किसी तरह की कोई हंगामा नहीं हुआ लोग आराम से मतदान कर रहे थे। मतदाताओं ने सुबह व शाम मतदान को लेकर जोश दिखाया। सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ ।लेकिन कई बूथों पर मतदाता सुबह छह बजे से मतदान करने के लिए लाइन में आकर लग गए थे।
सभी मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से आशा कार्यकर्ताओं व आंगनबाड़ी सेविकाओं की प्रतिनियुक्ति बूथ पर की गई थी। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा मतदान केंद्रों पर आने वाले सभी मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की गई।
सभी मतदाताओं को मास्क से चेहरे को ढक कर मतदान करने के लिए प्रेरित किया गया। मतदान का अंतिम एक घंटा शाम पांच से छह बजे तक उन लोगों के लिए निर्धारित किया गया था जिन्हें बुखार था या लाइन में आकर लग चुके थे। छह बजे के बाद केवल उन्हीं मतदाताओं को मतदान का अवसर मिला जो पहले लाइन में आकर लग चुके थे और स्लिप ले चुके थे। पहली बार मतदान करने वाले युवा काफी उत्साहित नजर आए। बुजुर्ग भी मतदान में पीछे नहीं रहे। कई बुजुर्ग मतदाताओं को उनके परिजन बाइक या व्हील चेयर पर बैठाकर मतदान केंद्रों पर लेकर पहुंचे और मतदान करवाया।
मतदान के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। बूथों पर मोबाइल लेकर जाने पर रही मनाही रही। मोबाइल लेकर जाने वाले मतदाताओं को सुरक्षा बलों और पुलिस कर्मचारियों ने गेट पर ही रोक दिया। मतदाताओं को हिदायत दी गई कि वे मोबाइल बाहर रख कर ही मतदान केंद्र में प्रवेश करें। ऐसे में मतदाताओं को मोबाइल बूथों के बाहर रख कर जाना पड़ा।