लव जेहाद ?

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राजेश दुबे

लव जेहाद एक बार फिर सुर्खियों में है ।हरियाणा के बलभगढ़ में हुई निकिता हत्याकांड के बाद लव जेहाद के खिलाफ पूरे देश में कानून बनाने की मांग तेज हो चुकी है ।आखिर लव जेहाद क्या है ?और इसपर कानून बनाने की जरूरत अचानक क्यो महसूस की जाने लगी है ।

दरअसल इस्लाम धर्म में कई तरह के जेहाद का उल्लेख है । जिसमे हिंदुस्तान में हाल के दिनों में जो सबसे अधिक सुर्खियों में रहा है वो लव जेहाद है ।

इस जेहाद में भोली भाली मासूम बच्चियों को पहले तो पहचान छुपा कर प्रेम जाल में फंसाया जाता है । और जब युवती प्रेम जाल में फस जाती है तब उसे धर्मांतरित कर मुस्लिम बना दिया जाता है ।

अलग अलग जातियों कि लड़कियों को धर्मांतरित करने पर दिया जाता है कितना रकम … देखिए चार्ट ।

इस तरह हिन्दू या अन्य धर्म की युवती मुस्लिम धर्म में शामिल करवा ली जाती है । जानकारों की माने तो इसका मकसद आबादी बढ़ाने के लिए किया जाता है ।

पिछले कुछ सालों में जो रिपोर्ट सामने आई है उसमे पुलिस के द्वारा यह खुलासा किया गया कि बंगाल ,उत्तरप्रदेश ,हरियाणा , मध्यप्रदेश,बिहार ,केरल सहित कई प्रदेशों में बड़े पैमाने पर लव जेहाद का खेल खेला जा रहा है और इसके पीछे ना सिर्फ देश में सक्रिय जेहादी तत्व बल्कि विदेशी ताकते भी सक्रिय है ।

जानकारी में जो सबसे चौंकाने वाली बात सामने आई है वो यह की कुछ चिन्हित मस्जिदों में जिसमें की कोलकाता स्थित टीपू सुल्तान मस्जिद भी शामिल है ।मुस्लिम युवाओं को अन्य धर्मो की लड़कियों को जाल में फसाने के लिए निश्चित रकम तक दी जाती है ।पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हिंदुओ में भी बड़ी जाति की लड़कियों यथा ब्राह्मण ,राजपूत आदि को प्रेम जाल में फसाने के 5 से 10 लाख तक रुपए दिए जाते है वहीं आदिवासी लड़कियों के लिए 2 से 3 लाख रुपए दिए जाते है ।

सोशल मीडिया के बढ़ते दायरे ने लव जेहादियों को पनपने का बड़ा प्लेटफॉर्म मुहैया करवाने का काम किया है ।फेसबुक पर हिन्दू नाम से फेक आईडी बना कर ये जेहादी पहले तो दोस्ती करते है और जब लड़कियां इनके जाल में फस जाती है तब उन्हें ब्लैकमेल करते है ऐसा कई मामलों में देखने को मिला है ।

बीते 4-5 वर्षों में उत्तरप्रदेश ,केरल सहित अन्य राज्यो में सैकड़ों की संख्या में ऐसे मामले सामने आए है । यहां तक कि केरल हाई कोर्ट के द्वारा जांच के आदेश तक दिए गए ।जांच में इस साजिश का खुलासा होने के बाद देश की बहुसंख्यक आबादी को इस मामले की जानकारी हुई और सभी हतप्रभ रह गए ।

बिहार सरकार तो ऐसे मामलों से हमेशा पल्ला झाड़ती रही है, लेकिन बिहार के सीमावर्ती इलाकों में भी हर साल अनगिनत मामले उजागर होते है लेकिन ये मामले पुलिस के फाइलों में ही दब कर रह जाती है ।कभी परिवार वाले बदनामी के डर से मामले को छुपाते है तो कभी लड़की से रिश्ता तोड़ कर उसे उसके हाल पर छोड़ देते है ।वहीं पुलिस भी गुमशुदगी का मामला दर्ज कर फ़ाइल को बंद कर देती है ।

राष्ट्रवादी संगठन बजरंगदल,विहिप सहित कई अन्य संगठनों ने लव जेहाद के खिलाफ पूर्व से ही कानून बनाए जाने पर बल दिया था ।परंतु तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के वजह से सरकारों ने इन संगठनों की बातो को नजर अंदाज कर दिया , नतीजा हुआ को जेहादी ताकतों का मनोबल बढ़ता ही गया और अब धर्म परिवर्तन ना करने पर गोली मारने जैसी घटनाएं उभर कर सामने आ रही है ।

उत्तरप्रदेश के मुख्य मंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने लव जेहाद के खिलाफ कानून बनाने की घोषणा की है जिसका समर्थन हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने भी किया है ।

लव जेहाद ने देश की हजारों मासूम बच्चियों का जीवन नर्क में बदल दिया है ।इसलिए जरूरत है राष्ट्रीय स्तर पर संसद द्वारा इसके खिलाफ कानून बनाया जाए ताकि देश की बेटियों का भविष्य सुरक्षित रह पाए ।केंद्र सरकार ने तीन तलाक के खिलाफ कानून बना कर मुस्लिम लड़कियों को जीवन दान दिया है अब हिन्दू , शिख़,ईसाई,जैन ,पारसी सहित अन्य धर्मो की बच्चियां भी खुली हवा में सांस ले सके किसी तौसीफ की गोली का शिकार ना होना पड़े । इसके लिए कठोर कानून बनाए जाने की जरूरत जान पड़ती है अन्यथा आने वाले समय में यह और भी भयावह रूप अख्तियार कर सकता है।

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