किशनगंज/प्रतिनिधि
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के सफल एवं सुव्यवस्थित संचालन हेतु सम्राट अशोक भवन, खगड़ा में माइक्रो ऑब्जर्वर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता सामान्य प्रेक्षक-54, किशनगंज Manoj Kumar Meena (IAS) तथा सामान्य प्रेक्षक-53, ठाकुरगंज Shravan Pramod Hardikar (IAS) द्वारा संयुक्त रूप से की गई।
इस अवसर पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी विशाल राज, प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी जफर आलम, सहित सभी माइक्रो ऑब्जर्वर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान सामान्य प्रेक्षक-54 द्वारा सभी माइक्रो ऑब्जर्वरों को मॉक पोल से संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि मतदान प्रारंभ होने से लेकर मतदान समाप्ति तक की संपूर्ण प्रक्रिया पर माइक्रो ऑब्जर्वर की सतर्क एवं गहन निगरानी अत्यंत आवश्यक है।
सामान्य प्रेक्षक ने निर्देश दिया कि मतदान केंद्र पर होने वाली प्रत्येक गतिविधि — जैसे मतदाता की पहचान, मतदान प्रक्रिया का संचालन, ईवीएम एवं वीवीपैट का सही प्रयोग, तथा फॉर्म-17C की शुद्ध पूर्ति — पर निरंतर दृष्टि रखी जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि माइक्रो ऑब्जर्वर केवल सामान्य प्रेक्षक के प्रति ही उत्तरदायी होंगे, किसी अन्य अधिकारी के प्रति नहीं।
सामान्य प्रेक्षक, ठाकुरगंज विधानसभा द्वारा माइक्रो ऑब्जर्वरों को संबोधित करते हुए मॉक पोल से संबंधित तकनीकी जानकारी विस्तृत रूप से साझा की गई। उन्होंने निर्देश दिया कि Presiding Officer द्वारा PO App में सभी आवश्यक सूचनाएँ समय पर एवं सही ढंग से दर्ज की जाएं तथा मतदान की समाप्ति के पश्चात Close बटन अवश्य दबाया जाए। साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी माइक्रो ऑब्जर्वरों को आवश्यकतानुसार संपर्क सुविधा हेतु प्रेक्षकों के मोबाइल नंबर उपलब्ध करा दिए गए हैं।
जिला पदाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी विशाल राज ने प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण एवं जिम्मेदारपूर्ण होती है। उन्होंने सभी माइक्रो ऑब्जर्वरों से अपेक्षा की कि वे भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करें और प्रत्येक बूथ पर निष्पक्ष, स्वतंत्र तथा पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी माइक्रो ऑब्जर्वर को किसी प्रक्रिया या कार्यविधि के संबंध में कोई शंका या भ्रम हो, तो उसे प्रशिक्षण के दौरान ही स्पष्ट कर लें, ताकि मतदान दिवस पर किसी प्रकार की कठिनाई या त्रुटि की संभावना न रहे।

























