देश :दिल्ली से गिरफ्तार ISIS आतंकी के घर से हथियारों का जखीरा बरामद , फिदायीन हमले की तैयारी में था अबू युसुफ

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देश/राजेश दुबे

गिरफ्तार आतंकी की पत्नी ने खोले कई राज

दो साल से बारूद जमा कर रहा था अबू युसुफ

शनिवार को  दिल्ली से गिरफ्तार किए गए ISIS आतंकी अबू युसुफ को लेकर स्पेशल टीम उत्तर प्रदेश के बलरामपुर उसके घर पहुंची है ।जहा जांच के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक और फिदायीन हमले के लिए तैयार जैकेट बरामद करने में पुलिस सफल हुई है ।

मालूम हो कि स्पेशल सेल की एक टीम ने शनिवार को इसे दबोचा था ।पुलिस मुठभेड़ के बाद इसकी गिरफ्तारी संभव हो सकी थी और इसके पास से भारी विस्फोटक भी बरामद किया गया था ।

फिदायीन हमले के लिए तैयार जैकेट

पुलिस के मुताबिक अबू युसुफ 15 अगस्त को दिल्ली में बड़े धमाके को अंजाम देना चाहता था ।

लेकिन भारी सुरक्षा व्यवस्था के कारण वो असफल रहा था ।गिरफ्तार आतंकी अबू युसुफ की पत्नी ने आज बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस की पूछताछ में बताया कि लगभग दो साल से थोड़ा-थोड़ा कर के सामान (बारूद) लाते थे और एक खाली बक्से में रखते थे।

पत्नी ने कहा कि मैं नहीं जानती कि इसकी ट्रेनिंग उन्होंने मोबाइल से ली या किसी और से और वो ये किसके लिए कर रहे थे। पत्नी ने बताया कि  मेरे ऊपर सख्ती कर रहे थे कि किसी को मत बताना। मुझे बहुत अफसोस है। मेरे चार बच्चे हैं, मैं बच्चों को लेकर कहां जाऊंगी।

वहीं स्पेशल टीम ने बलरामपुर भैशाही गांव से अबू युसुफ के एक अन्य साथी को भी हिरासत में लिया है । गिरफ्तार आतंकी के घर से जिस तरह के हथियार बरामद हुए है उससे समझा जा सकता है की वो कितनी बड़ी साजिश रच रहा था ।वहीं पुलिस और खुफिया एजेंसी अबू की गिरफ्तारी के बाद पूरी तरह चौक्कना हो चुकी है ।

मालूम हो कि बीते दिनों बेंगलुरु से अब्दुर रहमान नाम के एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था ।जो कि एम एस रमैया मेडिकल कॉलेज में आंखो का स्पेक्लिस्ट था और उसने सीरिया जा कर ISIS कैंप में आतंक की ट्रेनिंग ली थी और अब उत्तर प्रदेश के बलराम पुर के एक छोटे से गांव के रहने वाले अबू युसुफ की गिरफ्तारी हुई है ।

जिसके बाद समझा जा सकता है कि ISIS सहित अन्य आतंकी संगठन किस तरह से अपनी पैर जमाना चाहते है और देश को दहलाने की कोशिश में जुटी हुई है । ऐसे में जरूरत है पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के साथ साथ आम आदमी को भी सतर्क रहने की और आस पास हो रही अवैध गतिविधियों की सूचना पुलिस को देने की ताकि आतंकी अपने मकसद में सफल ना हो सके ।

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