आर्दश परीक्षा केन्द्र द्विजदेनी हाई स्कूल एवं बीडीजी गर्ल्स हाई स्कूल में परीक्षार्थियों का फूल व चाकलेट से किया गया स्वागत.
फारबिसगंज /बिपुल विश्वास
बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा की परीक्षा कदाचार मुक्त वातावरण मेंं गुरूवार 17 फरवरी से फारबिसगंज के 15 केंद्रों पर परीक्षा शुरू हो गया.फारबिसगंज में दो परीक्षा केंद्र बीडीजी गर्ल्स हाई स्कूल एवं +2 द्विजदेनी उच्च विद्यालय को आर्दश परीक्षा केन्द्र बनाया गया है. द्विजदेनी हाई स्कूल परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों का स्वागत चाकलेट से किया गया. बीडीजी गर्ल्स हाई में परीक्षार्थियों का स्वागत फूलों से किया गया. इस मौके पर केन्द्राधीक्षक विकास आनंद ने कहा कि आदर्श परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों के लिए समुचित व्यवस्था की गई है।
जहां परीक्षा केंद्र को दुल्हन की तरह सजाया गया है वहीं परीक्षार्थियों का स्वागत फूलों एवं चॉकलेट देकर किया गया परीक्षार्थियों के लिए लाल कारपेट की व्यवस्था की गई है. फारबिसगंज के सभी केंद्राधीक्षकों परीक्षा कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए कई दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं. परीक्षा केंद्र पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.हर केंद्र पर 1 मजिस्ट्रेट, चार सशस्त्र बल, की प्रतिनियुक्ति की गई थी. परीक्षा के पहले दिन बड़ी संख्या में अभिभावकों का जमावड़ा परीक्षा केन्द्र पर दिखा. परीक्षा को लेकर शहर में जाम की समस्या बनी रही.
परीक्षार्थियों की उपस्थिति के अनुसार केंद्र विभाजन के लिए सभी जगहों पर जिम्मेंदारी स्टैटिक पदाधिकारी को दी गई है. गश्तीदल दंडाधिकारी प्रश्न पत्र निकासी कर केंद्र तक सुरक्षित पहुंचाने और केंद्र के बाहर शांति व्यवस्था बनाए पर नजर रखते नजर आए.फारबिसगंज में ली अकादमी हाई स्कूल,बीडीजी बालिका उच्च विद्यालय,डीडी एस हाई स्कूल,जीरा देवी शीतल साह महिला कालेज, थाना मध्य विद्यालय,बाल मध्य विद्यालय, बालिका मध्य विद्यालय, मध्य विद्यालय ठोलबज्जा, महिला आईटीआई,बीडीबीकेएस कालेज, फारबिसगंज कालेज
अम्बेडकर हाई स्कूल, आईटीआई, जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान, मिडिया स्कूल भद्रेश्वर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. माध्यमिक परीक्षा को लेकर बढ़ने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन ऐतिहातिक कदम उठाया था.सभी चौक चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती के साथ साथ परीक्षार्थियों को केंद्र पर पहुंचने में विलंब ना हो इसको लेकर भी व्यवस्था की गयी थी.