एसएसबी एवं राहत संस्था के द्वारा संयुक्त रूप से भातगॉंव में मानव तस्करी एवं बाल विवाह पर चलाया गया जागरूकता अभियान

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गलगलिया/दिलशाद

एसएसबी 41वीं बटालियन रानीडंगा एवं गैर सरकार संस्था राहत , किशनगंज के द्वारा संयुक्त रूप से भातगॉंव में मानव तस्करी एवं बाल विवाह से संबंधित विषय पर जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया।


41वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, रानीडंगा के सीमाचौकी भातगाँव में राहत संस्था,किशनगंज के सहयोग से मानव तस्करी जागरूकता तथा बाल विवाह मुक्त समाज के निर्माण में सहयोग विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय नागरिकों को मानव तस्करी जैसी सामाजिक बुराई के प्रति सजग बनाना तथा बाल विवाह जैसी कुप्रथा से समाज को मुक्त करने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम कि शुभारंभ एसएसबी 41वीं बटालियन के उप कमांडेंट श्री छोटेलाल ने उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए किया।

उन्होंने बताया कि मानव तस्करी एक गंभीर अपराध है, जो न केवल व्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन करती है, बल्कि समाज की सुरक्षा और नैतिकता को भी प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सतर्कता और सामूहिक जागरूकता से इस अपराध को रोका जा सकता है। वहीँ मौजूद राहत संस्था के प्रतिनिधियों ने मानव तस्करी के कारणों, दुष्परिणामों और रोकथाम के उपायों पर विस्तार से चर्चा की।

साथ ही उन्होंने बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 की जानकारी देते हुए बताया कि बाल विवाह न केवल अवैध है, बल्कि इससे बच्चों का मानसिक, शारीरिक और शैक्षिक विकास भी बाधित होता है। कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों, महिलाओं, युवाओं तथा छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और इस विषय पर अनेक प्रश्न पूछे। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने क्षेत्र में मानव तस्करी और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता फैलाएँगे और ऐसे कार्यों को रोकने में सक्रिय सहयोग देंगे।


यह कार्यक्रम समाज में जागरूकता बढ़ाने और सुरक्षित, शिक्षित तथा समानतापूर्ण समाज के निर्माण की दिशा में एक सराहनीय पहल रही। वहीँ इस कार्यक्रम में उप कमांडेंट श्री छोटे लाल,सहायक कमांडेंट श्री केतन कैलास सालुंके, डॉ. फरजाना बेगम, मेराज दानिश, अभिषेक मिश्रा, पंचायत समिति सदस्य मनोज कुमार गिरी, राम निवास राय सहित कई स्थानीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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